सौंफ (fennel seeds in hindi) आमतौर पर अपने स्वाद के लिए जानी जाती है, इसलिए इसका उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में, रसोई में मसाले के रूप में और कई व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सौंफ खाने से क्या होता है, यह शरीर को कैसे फायदा पहुंचाता है?
यदि नहीं तो यह लेख आपके लिए बहुत ही जानकारीपूर्ण हो सकता है. क्योंकि इस लेख के माध्यम से जानेंगे सौंफ की तासीर के बारे में, सौंफ कब खाना चाहिए और सौंफ खाने के लाभ और नुकसान.
सौंफ एक तरह की प्राकृतिक घरेलू औषधि है, जिसे आयुर्वेद में त्रिदोषनाशक, कफनाशक, बुद्धिवर्धक, नेत्र ज्योतिवर्धक, पाचन वर्धक, विषाणु-विरोधी, अनुलोमन (उधर से मल और गैस बाहर निकालने वाला) व झुधावर्द्धक (भूख बढ़ाने वाला ) कहा गया है.
अब आप समझ सकते हैं की सौंफ कितनी गुणकारी स्वास्थ्यवर्धक गुणों से संपन्न है. यह कहते है कि:
प्रतिदिन खाओगे सौंफ तो रहोगे बेखौफ.
तो आइए पहले जान लेते हैं सौंफ की तासीर कैसी होती है?
सौंफ की तासीर - flavor of fennel in hindi
बहुत से लोगों को यह आशंका होती है कि सौफं की तासीर (saunf ki taseer) ठंडी होती है या गर्म, तो हम आपको बता दें कि इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मियों में इसका उपयोग अधिक होता है. यह स्वाद में मधुर व कटु होती है.
सौंफ कब खाना चाहिए - when to eat fennel?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सौंफ का सेवन किसी भी समय किया जा सकता है. जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्या रहती है वह खाना खाने के बाद सीकी हुई सौंफ का सेवन कर सकते हैं.
यदि मुंह की दुर्गंध से परेशान हैं तो रात में सोने से पहले 1 चम्मच हरी सौंफ का सेवन जरूर करें. पुरुषों को रात में इसका सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है.
अब लेख में आगे बढ़ते हैं सौंफ खाने के फायदे (soof khane ke fayde)
सौंफ के पोषक तत्व की मात्रा – (Nutrient of fennel seeds value per 100 g in hindi)
पोषक तत्व (Nutrients) | मात्रा (unit) |
---|---|
ऊर्जा (Energy) | 345 Kcal |
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) | 52.29 g |
प्रोटीन (protein) | 15.80 g |
फाइबर (fiber) | 39.8 g |
कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) | 0 g |
कॉपर (copper) | 1.067 mg |
नियासिन (Niacin) | 6.050 mg |
राइबोफ्लेविन (Riboflavin) | 0.353 mg |
थायमिन (Thiamin) | 0.408 mg |
विटामिन (Vitamin A) | 135 IU |
विटामिन (Vitamin C) | 21 mg |
सोडियम (Sodium) | 88 mg |
पोटेशियम (Potassium) | 1694 mg |
आयरन (Iron) | 18.54 mg |
मैग्नीशियम (Megnesium) | 385 mg |
फास्फोरस (phosphorus) | 487 mg |
जिंक (Zinc) | 3.70 mg |
कैल्शियम (Calcium) | 1196 mg |
मैंगनीज (manganese) | 6.533 mg |
सौंफ के फायदे - benefits of saunf in hindi
सेहत को स्वस्थ और रोगमुक्त रखने के लिए सौंफ के फायदे एक नहीं अनेक हैं, जो इस प्रकार है:
1. मस्तिष्क के लिए फायदेमंद (beneficial for the brain)
शरीर की हर एक गतिविधि के लिए दिमाग का स्वस्थ रहना बेहद आवश्यक है और दिमाग को स्वस्थ व रोग मुक्त रखने में सौफं अत्यंत गुणकारी साबित होती है.
यह दिमाग की कमजोरी के अतिरिक्त चक्कर, घबराहट और तनाव को दूर करने में भी लाभकारी है.
विज्ञान की भाषा में कहें तो सौंफ में विटामिन ई होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है और ऑक्सीडेटिव तनाव के कारण कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचाता है.
इसके सेवन से रक्त वाहिकाओं का आकार बढ़ता है जिससे अधिक ऑक्सीजन मस्तिष्क तक पहुंचती है और पोषक तत्वों को ले जाने में भी मदद मिलती है, जिसके परिणामस्वरूप आपकी याददाश्त, तर्क शक्ति, मस्तिष्क शक्ति अच्छी तरह से काम करती है.
आपने देखा होगा की गर्मियों के दिनों में बनाई जाने वाली ठंडाई में भी सौफं का इस्तेमाल मस्तिष्क को ठंडक प्रदान करने के लिए किया जाता है.
सेवन विधि:
दिमागी शक्ति को बढ़ाने के लिए विद्यार्थी व वृद्ध लोगों को रोजाना दो से तीन बार एक चम्मच सौंफ और मिश्री जरूर खानी चाहिए.
2. पाचन समस्याओं से छुटकारा (Get rid of digestive problems)
जो लोग पाचन संबंधी समस्या का सामना कर रहे हैं उन्हें प्रतिदिन सौंफ का सेवन अवश्य करना चाहिए.
दरसल हरी सौफं में मौजूद एसोसियशल अम्ल पाचक रसों और एंजाइमों के स्त्राव को बढ़ाने में शरीर की मदद करता है जिससे पाचन प्रणाली सही रूप से कार्यरत होती है.
इसमें मौजूद एंटीइन्फ्लेमेटरी, एंटीस्पामोडिक व मेथेनॉल तत्व कब्ज, लिवर की कमजोरी, मरोड़, एसिडिटी, अपच व पेट में सूजन जैसी परेशानी को दूर करने में लाभकारी साबित होते है, साथ ही फाइबर तत्व भोजन को पचाने और आसानी से मल त्यागने में मदद करता है.
सेवन विधि:
जिन लोगों को गैस या बदहजमी की समस्या होती है वे खाना खाने के बाद हमेशा आधी कच्ची आधी भुनी हुई सौंफ चबाएं.
3. बढ़ाए आंखों की रोशनी (increase eyesight)
आंखों की रोशनी बढ़ाने एवं नेत्र संबंधी रोगों को दूर करने के लिए हरी सौंफ के फायदे देखे गए हैं, अन्य अंगों की तरह नेत्र बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है जो प्रकृति का सबसे अमूल्य वरदान है.
वैज्ञानिक भाषा में विटामिन ए (135IU/100g) आंखों की रोशनी तेज करने के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना गया है, जो इसमें भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
इसके अलावा फेनल सीड्स (saunf in hindi) में पाया जाने वाला अमीनो एसिड आंखों की सुरक्षा में मदद करता है.
नेत्र रोग जैसे ग्लूकोमा की परेशानी को कम करने के लिए सौफं के अर्क का सेवन फायदेमंद होता है. आंखों में जलन या खुजली होने पर भी आंखों पर इसकी भाप लेने से आराम मिल सकता है.
सेवन विधि:
- मोतियाबिंद की परेशानी होने पर रोजाना 5 ग्राम सौंफ खाना फायदेमंद माना जाता है.
- नेत्र का लाल होना, सूजन और दर्द होने पर सौंफ के सीड्स को पानी में उबालकर ठंडा होने के बाद उस पानी से आंखें धोने पर काफी आराम मिलता है.
- आंखों की रोशनी तेज करने के लिए बराबर मात्रा में बादाम, सौंफ और मिश्री को अलग-अलग पीसकर मिला लें और प्रतिदिन सुबह एवं रात में गर्म दूध के साथ लेने से नेत्र ज्योति व याददाश्त शक्ति भी बढ़ती है.
4. वजन कम करने के लिए (for weight loss)
अगर आप मोटे हैं और वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो सौफं (sonf benefits) आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
कई शोधों के मुताबिक सौफं में पाए जाने वाला फाइबर तत्व (39.8g/100g) मेटाबॉलिज्म को तेज एवं नियंत्रित रखता है तथा लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है जिस कारण वजन कम करने में मदद मिलती है.
सौंफ का पानी वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है रोजाना सुबह सौंफ का पानी पीने से दिन की शुरुआत स्वस्थ होती है, साथ ही यह शरीर को फिट रखता है और शरीर पर जमा अतिरिक्त चर्बी को भी कम करता है.
इसके अलावा सौंफ का पानी पीने या इसकी चाय पीने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स भी बाहर निकल जाते हैं. आयुर्वेद डॉक्टर भी वजन कम करने के लिए सौंफ का पानी पीने की सलाह देते हैं.
सेवन विधि:
वजन कम करने के लिए आप सौंफ की चाय बनाकर पी सकते हैं, पहले एक गिलास पानी को उबाल लें, फिर उसमें एक चम्मच सौंफ डालकर ठंडा करके पी लें.
5. सांसों की दुर्गंध दूर करने के लिए (to remove bad breath)
हम सभी जानते हैं कि सौफं माउथ फ्रेशनर का काम करती है इसलिए अधिकतर होटलों में खाना खाने के बाद हरी सौफं की पेशकश की जाती है. दरअसल सौंफ के अंदर सुगंधित तेल होते हैं जो मुंह की बदबू को दूर करते हैं.
इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सांसों की दुर्गंध को दूर करने के साथ-साथ मसूड़ों के संक्रमित जीवों को भी नष्ट करते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि सांसों को तरोताजा रखना है तो नियमित खाना खाने के बाद सौंफ जरूर खाएं. गले में खराश या साइनस की समस्या के लिए भी सौंफ के बीज किफायती होते हैं.
सेवन विधि:
खाना खाने के बाद आप नियमित रूप से सौंफ जरूर खाएं, साथ में मिश्री भी खा सकते हैं.
6. रक्त की पूर्ति एवं शुद्धि के लिए (for blood purification)
जिन लोगों में खून की कमी के कारण थकान, कमजोरी व चक्कर आना जैसी समस्याएं नियमित रूप से रहती हैं उन्हें सौंफ का सेवन फायदेमंद हो सकता है.
इसका कारण है की सौफं में पर्याप्त मात्रा में आयरन होता है जो हीमोग्लोबिन का मुख्य घटक माना जाता है जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने की प्रक्रिया को तेज करता है साथ ही रक्त के दूसरे घटक बनाने में भी मदद करता है.
खून के शुद्ध होने से त्वचा की चमक भी बढ़ती है और मुंहासे की समस्या भी दूर होती है.
सेवन विधि:
आप दिन में कम से कम 4 से 5 बार एक चम्मच सौंफ खा सकते हैं या फिर सौंफ की चाय पी सकते हैं.
7. अच्छी नींद के लिए (to sleep well)
जो लोग अनिद्रा की समस्या से गुजर रहे होते हैं उनके लिए भी सौंफ के फायदे (saunf ke fayde) देखे गए हैं. अच्छी नींद के लिए विज्ञान भाषा में मैग्नीशियम (385mg/100g) तत्व की आवश्यकता होती है जो सौंफ के अंदर मौजूद होता है.
मैग्नीशियम शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक आवश्यक तत्व है, जो शरीर की कोशिकाओं और तंत्रिका तंत्र के लिए भी आवश्यक है, हृदय को स्वस्थ और हड्डियों को मजबूत रखता है.
सेवन विधि:
रात को सोने से पहले सौंफ का दूध पीने से नींद अच्छी आती है.
8. कब्ज से छुटकारा (relieve constipation)
अगर आप जानना चाहते हैं कि सौंफ खाने से क्या होता है? तो इसका जवाब है कब्ज से छुटकारा. जी हां, कब्ज, अपचन, अल्सर, खट्टी डकार और गैस जैसे अन्य रोगों के उपचार के लिए सौंफ का प्रयोग उत्तम माना जाता है.
आयुर्वेद में भी कब्ज की समस्या से निजात पाने के लिए सौंफ का मिश्रण कई दवाओं में जरूर शामिल किया जाता है.
सौंफ फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है जो चयापचय रूप से निष्क्रिय अघुलनशील फाइबर है जो पूरे पाचन तंत्र के समुचित कार्य में मदद करके कब्ज की समस्याओं को कम कर सकता है.
फाइबर तत्व शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करने में मदद करता है, यह एक प्रकार की यकृत विकार को दूर और पेट साफ करने वाली जड़ी बूटी है.
सेवन विधि:
प्रतिदिन भोजन के बाद एक चम्मच सौंफ का सेवन करें.
9. हड्डियों की मजबूती (bone strength)
सौंफ के अनेक गुणों में से एक गुण यह भी है की यह हड्डियों की मजबूती के लिए भी सहायक है.
इसमें न केवल कैल्शियम (1196mg/100g) बल्कि मैग्नीशियम, फास्फोरस, आयरन व विटामिन K पाया जाता है जो हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी तत्व माने जाते हैं.
सेवन विधि:
हड्डियों की मजबूती के लिए आप रोजाना चार से पांच बार एक चम्मच हरी सौंफ का सेवन कर सकते हैं.
10. ब्लड प्रेशर को करें नियंत्रण (control blood pressure)
सौंफ खाने के फायदे में से एक यह है कि यह रक्तचाप को कम करके हृदय को हेल्थी रखता है. मेडिकल भाषा में रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए पोटैशियम तत्व की आवश्यकता होती है और सौफं पोटैशियम तत्व (1694mg/100g) का एक बेहतरीन स्रोत है.
इसके अलावा सौंफ लार में नाइट्राइड के स्तर को बढ़ाता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है.
सेवन विधि:
दिन में तीन से चार बार सौंफ की चाय पीने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से छुटकारा मिल सकता है.
11. इम्यूनिटी बढ़ाएं (boost immunity)
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सौंफ खाएं इम्यूनिटी बढ़ाएं. |
इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए विटामिन सी की आवश्यकता होती है जो सौफं में भरपूर मात्रा में होता है. विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और बाहरी संक्रामक रोगों से शरीर की रक्षा करने के लिए एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है.
विटामिन सी त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करता है और शरीर पर फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करके कई बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है.
सेवन विधि:
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आप प्रतिदिन सौंफ की चाय का सेवन जरूर करें.
12. सौंफ खाने के फायदे पुरुषों के लिए (benefits of fennel for men)
अगर सौंफ खाने के फायदे की बात करें तो यह पुरुषों के लिए रात का राजा की तरह काम करती है.
अर्थात आयुर्वेदिक विज्ञान के अनुसार कई अध्ययनों से यह ज्ञात हुआ है कि सौफं में जिंक और फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो पुरुषों को शीघ्रपतन से राहत दिलाने में मदद करती है दूसरे शब्दों में कहें तो पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ जाती है.
सेवन विधि:
रिसर्च के अनुसार पुरुषों को रात में सोने से पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच सौंफ का पाउडर डाल कर अच्छे से मिक्स करके पीने से बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते है.
13. महिलाओं की समस्याओं के लिए (for women's problems)
➭ कुछ महिलाएं अपने स्तनों के छोटे आकार के कारण चिंतित रहती हैं, ऐसे में उन महिलाओं को दिन में कम से कम 3 से 4 बार सौंफ का सेवन करना चाहिए. सौंफ का सेवन करने से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो ब्रेस्ट टिश्यू को बढ़ाकर आपके ब्रेस्ट को बड़ा और शेप में लाने में मदद करता है.
सेवन विधि:
सौंफ को पानी में उबालकर गाढ़ा काढ़ा तैयार कर लें, फिर इससे अपने स्तनों की 10 से 15 मिनट तक मालिश करें.
➭ जो महिलाएं मासिक धर्म की छोटी-छोटी समस्याओं जैसे पेट में तेज दर्द, ऐंठन से परेशान रहती हैं. ऐसी स्थिति में सौंफ का सेवन कुछ हद तक लाभकारी हो सकता है. सौंफ के नियमित सेवन से हार्मोन का लेवल बैलेंस होता है जिससे पीरियड में देरी होना या पीरियड मिस होने की समस्या दूर हो सकती है.
सेवन विधि:
दिन में कम से कम दो-तीन बार सौंफ की चाय पीने से काफी आराम मिलता है.
नोट ऊपर बताई गई दोनों स्थितियों में डॉक्टर्स की सलाह अवश्य लें.
14. गर्भावस्था और गर्भावस्था के बाद (Pregnancy and after pregnancy)
गर्भावस्था के दौरान सौंफ में मौजूद एंटीस्पास्मोडिक गुण गर्भाशय को आराम देकर दर्द से राहत देता है, साथ ही इसमें पाए जाने वाले एस्ट्रोजन गुण बच्चे के विकास में मदद करते हैं.
गर्भावस्था के बाद जब बच्चे को दूध पिलाया जाता है तो कई कारणों से पर्याप्त मात्रा में दूध नहीं बन पाता है, ऐसे में सौंफ के सेवन से स्तन में दूध की मात्रा बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
मेडिकल भाषा में सौंफ में एथेनॉल नाम का तत्व पाया जाता है, जिससे दूध बनने की क्षमता बढ़ जाती है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान सौंफ का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
15. बालों और त्वचा की देखभाल के लिए (for hair and skin care)
सौंफ के फायदे में त्वचा (saunf khane ke fayde for skin) और बालों की देखरेख भी शामिल है. सौफं में पाए जाने वाले एंटीमाइक्रोबियल्स, विटामिन सी, की गुणवत्ता अधिक होती है जो चेहरे और बालों की हर प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए जिम्मेदार होते हैं. (शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के आसान टिप्स. )
इसके नियमित सेवन से खून साफ होता है जिससे त्वचा की चमक बढ़ती है.
त्वचा के लिए सेवन विधि:
1 लीटर उबलते पानी में एक चम्मच सौफं डालें और चेहरे पर इसकी भाप लें.
बालों के लिए सेवन विधि:
सौंफ का मिश्रण तैयार करें फिर इससे बालों को धोएं जिससे बालों की उम्र लंबी, बाल सिल्की साथ ही डैंड्रफ की समस्या भी दूर होती है.
सौंफ खाने के नुकसान - side effects of eating fennel in hindi
हर चीज के अपने फायदे और कुछ नुकसान हो सकते हैं, हालांकि सौंफ के कई फायदे होते हैं, लेकिन इसकी अधिकता कुछ नुकसान भी कर सकती है, तो आइए जानते हैं सौंफ खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं.
- सौफं का अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
- अगर आप किसी भी प्रकार की दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो सौंफ का अधिक सेवन करने से पहले चिकित्सक की परामर्श अवश्य लें.
- स्तनपान कराने वाली महिलाओं में सौंफ का सेवन करने से दूध की मात्रा बढ़ जाती है, लेकिन यह शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान या बाद में सौंफ खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
- ग्लोइंग स्किन के लिए सौंफ खाना फायदेमंद होता है, लेकिन इसकी अधिकता चेहरे की त्वचा की संवेदनशीलता को बढ़ा सकती है.
सौंफ से संबंधित प्रश्न - Questions Related to Fennel seeds
Q. सौंफ की तासीर कैसी होती है?
A. सौंफ की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका उपयोग ठंड में कम और गर्मियों में अधिक होता है.
Q. सौंफ खाने के क्या फायदे हैं?
A. सौंफ खाने के एक नहीं अनेक फायदे हैं जैसे कि कब्ज की समस्या दूर करने, पाचन तंत्र को बेहतर बनाने, त्वचा और बालों की देखभाल के लिए, पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने, यूनिटी बढ़ाने, आंखों की रोशनी तेज करने, हड्डियों की मजबूती, अच्छी नींद एवं शरीर में रक्त की पूर्ति करने के लिए एक बेहतरीन स्रोत है.
Q. सौफं कब खाना चाहिए?
A. वैसे तो सौफं आप दिन में किसी भी समय खा सकते हैं, लेकिन मुंह की दुर्गंध दूर करने के लिए खाना खाने के बाद सौंफ खाना या रात में सोने से पहले एक चम्मच सौंफ का सेवन फायदेमंद होता है.
Q. क्या सौंफ खाना पुरुषों के लिए फायदेमंद है?
A. जी हां, सौंफ में जिंक और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है.
Q. सौंफ का सेवन किस तरह करना चाहिए?
A. वैसे तो आमतौर पर कच्ची यह भुनी हुई सौंफ आप दिन में दो-तीन बार खा सकते हैं, इसके अलावा सौंफ की चाय या इसका पानी पीना शरीर के लिए किसी औषधि से कम नहीं.
Q. सौंफ को उर्दू में क्या कहते हैं?
A. सौंफ को उर्दू में पनमधुरी कहते है.
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