इम्युनिटी बढ़ाने एवं त्वचा की रंगत निखारने के लिए हल्दी दूध पीने के फायदे - 13 haldi milk benefits in hindi

सर्दियों में बीमारियों से रहना है दूर तो रात में जरूर पिए हल्दी वाला दूध. जानिए हल्दी वाला दूध पीने के फायदे(haldi milk benefits in hindi)एवं रेसिपी.
इम्युनिटी बढ़ाने एवं त्वचा की रंगत निखारने के लिए हल्दी दूध पीने के फायदे - 13 haldi milk benefits in hindi

turmeric milk benefits in hindi: अक्सर लोग यह जानना चाहते हैं कि दूध में हल्दी डालकर पीने से क्या होता है, तो इसका जवाब है शारीरिक शक्ति का विकास, रोग मुक्त जीवन और शरीर की शुद्धि.

हल्दी और दूध से तो हम सभी वाकिफ हैं, दोनों ही औषधीय गुणों की किसी खजान से कम नहीं. जहां दूध को धरती का अमृत कहा जाता है वही आयुर्वेद में हल्दी को एक शक्तिशाली औषधि का दर्जा दिया गया है.

अगर हल्दी और दूध को एक साथ मिला दिया जाए तो इसमें पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर को होने वाले लाभ भी कई गुना बढ़ जाते हैं. दरअसल हल्दी में करक्यूमिन की मात्रा अधिक होती है, जो कई तरह की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.

आपने देखा होगा कि सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी छोटी-मोटी परेशानी होने पर अक्सर हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह शरीर में एंटीबायोटिक की तरह काम करता है.

अतः यह कह सकते हैं कि हल्दी मिल्क पीने (haldi milk benefits in hindi) के एक नहीं अनेक फायदे हैं, तो जानिए हल्दी वाले दूध के कुछ अनजाने फायदों के बारे में.

हल्दी दूध के फायदे - benefits of turmeric milk in hindi

हर इलाज का रामबाण है हल्दी वाला दूध. इसके फायदे इतने जबरदस्त हैं कि इनके बारे में जानकर आप आज से ही हल्दी वाला दूध पीना शुरू कर देंगे, जो इस प्रकार है:

1. बढ़ाएं इम्यूनिटी (boost immunity)

हल्दी वाला दूध शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए एक दवा के रूप में काम करता है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो बाहरी संक्रामक रोगों से लड़ने के लिए शरीर की आंतरिक शक्ति को बढ़ावा देते हैं.

हल्दी में लिपॉपॉलिसैचेराइड तत्व होता है जो रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाता है. खासकर सर्दियों में रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध जरूर पीना चाहिए, जिससे छोटे-मोटे रोग शरीर के आसपास भी नहीं भटके.

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए विटामिन सी भी अहम भूमिका निभाता है, जो कि हल्दी (25.9mg/100g) और दूध (1.5ml/100g) में उच्च मात्रा में मौजूद होता है.

अगर आप रोजाना हल्दी वाला दूध पीते हैं, तो उसमें हल्दी की मात्रा कम (1/4) चम्मच रखें.

2. हड्डियों की मजबूती (bone strength)

हल्दी वाला दूध हड्डियों की मजबूती एवं ओस्टियोआर्थराइटिस से ग्रस्त लोगों के लिए फायदेमंद होता है. ओस्टियोआर्थराइटिस हड्डियों से संबंधित एक प्रकार की बीमारी है जिससे जोड़ों में दर्द, जकड़न की समस्या उत्पन्न होने लगती है.

दरअसल हल्दी में करक्यूमिन, एंटी इन्फ्लेमेटरी, कैल्शियम और एंटी ऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो हड्डियों की किसी भी प्रकार की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं.

इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपकी हड्डियां बुढ़ापे तक आपके शरीर को सहारा दें, तो रोजाना हल्दी वाला दूध पीने की आदत डालें.

3. बेहतर पाचन तंत्र (better digestion)

कई शोधों से यह ज्ञात हुआ है कि बेहतर पाचन प्रणाली के लिए हल्दी दूध किसी औषधि से कम नहीं. जिन्हें कब्ज, एसिडिटी या अपच की समस्या रहती है, वे हल्का गुनगुना हल्दी वाला दूध दवा के तौर पर ले सकते हैं.

हल्दी प्रभावी पित्त के निर्माण से पाचन में सहायता करती है और लीवर संबंधी बीमारियों से भी बचाए रखती है. हल्दी में करक्यूमिन और फाइबर (21g/100g) सबसे अधिक पाया जाता है, जो एक इम्यूनिटी बूस्टर के साथ-साथ पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है.

4. खूबसूरत त्वचा (beautiful skin)

खूबसूरत और बेदाग त्वचा पाने के लिए हल्दी के क्या कहने. आज के समय में वातावरण में प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि इससे चेहरे की चमक ढलती ही जा रही है, ऐसे में हल्दी वाले दूध के फायदे सिद्ध हुए हैं.

हल्दी में एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, करक्यूमिन, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो कील-मुंहासे, झाइयां और चेहरे का कालापन दूर करने में मददगार साबित होते हैं.

हल्दी का चूर्ण दूध में मिलाकर चेहरे और शरीर पर लेप करने से सौंदर्य में वृद्धि होती है. प्राचीन समय में शादी के समय महिलाएं हल्दी के पाउडर का उपयोग फेस पैक की तरह करती थी और आज भी शादियों में हल्दी की रसम चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने के लिए की जाती है.

5. अच्छी नींद लेना (sleep well)

अनिंद्रा की परेशानी दूर करने के लिए भी हल्दी वाले दूध के फायदे सामने आए हैं. दरअसल दूध और हल्दी में ट्रीप्टोफन नामक तत्व होता है जो शरीर में खुशी के हार्मोन सेरोटोनिन का लेवल बढ़ाने में मदद करता है.

दूध में विटामिन B12 एवं डी होता है जो स्ट्रेस लेवल को दूर करके मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर पर फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को भी नियंत्रण करता है.

इसलिए रात में अच्छी नींद और बेचैनी दूर करने के लिए सोने से आधे घंटे पहले हल्दी वाला दूध का सेवन जरूर करें, इससे आपको गहरी नींद आएगी और अनिंद्रा की समस्या भी दूर हो जाएगी.

6. वजन कम करने में सहायक (weight loss)

जो लोग अपने मोटापे या बढ़ते वजन से परेशान हैं, वे अपने आहार में हल्दी दूध का सेवन करके वजन कम कर सकते हैं.

कहा जाता है कि हल्दी वाले दूध में करक्यूमिन, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं जो भूख को नियंत्रित कर वजन कम करने में कारगर होते हैं.

हम यह भी कह सकते हैं कि हल्दी में थर्मोजेनिक गुण होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म स्तर को तेज करके कैलोरी को तेजी से बर्न करने में मदद करते हैं, आपका शरीर जितनी अधिक कैलोरी बर्न करेगा, उतनी ही तेजी से वजन कम होगा.

इम्युनिटी बढ़ाने एवं त्वचा की रंगत निखारने के लिए हल्दी दूध पीने के फायदे - 13 haldi milk benefits in hindi

7. रक्त शुद्धि के लिए (blood purification)

दूध और हल्दी दोनों में विटामिन ए, बी, डी, कैल्शियम, प्रोटीन और लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जो शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को निकालकर खून को शुद्ध करता है. 

हल्दी एंटीबायोटिक की तरह खून को साफ करती है और शरीर की ऊर्जा को भी प्रभावित करती है. यह रक्त को शुद्ध करने के साथ-साथ शरीर में रक्त संचार को भी अच्छा करने में मदद करती है.

रक्त शुद्धीकरण व अंदरूनी चोट आदि विकारों को दूर करने के लिए हल्दी का उपयोग औषधियों के निर्माण में भी किया जाता है.

8. सर्दी-खांसी को करें दूर (remove cold and cough)

दूध में हल्दी के फायदे सर्दी-खांसी को दूर करने में भी शामिल किए जा सकते हैं. प्राचीन काल से ही इसका उपयोग सर्दी-जुकाम को दूर करने के लिए औषधि के रूप में किया जाता रहा है.

वैज्ञानिक भाषा में हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल तत्व खांसी को ठीक करने में योगदान देते हैं. खांसी की समस्या होने पर हल्दी को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से बहुत जल्दी असर दिखाई देने लगता है.

9. कैंसर की रोकथाम में (in prevention of cancer)

कई शोध अध्ययनों से यह भी पता चला है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने में मदद करता है. यह साबित हो चुका है कि करक्यूमिन शरीर के अंगों में पूर्व कैंसर संबंधी परिवर्तनों को संशोधित करते हैं.

खाली पेट हल्दी का सेवन शरीर की सफाई के लिए बहुत प्रभावशाली होता है जिससे शरीर अच्छी तरह से साफ हो जाता है और साथ ही शरीर से कैंसर कोशिकाएं बाहर निकल जाती हैं.

इसी वजह से हल्दी वाला दूध कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए अच्छा माना जाता है. परंतु याद रहे कि यह एक बहुत ही घातक बीमारी है इसलिए डॉक्टर का इलाज भी जरूरी है.

10. लीवर को करें डिटॉक्स (detox the liver)

हल्दी वाला दूध किसी औषधि से कम नहीं क्योंकि इसके फायदे एक नहीं कई हैं, जिसमें लीवर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्सीफाई करना भी शामिल है.

दरअसल जैसा कि हम ऊपर पढ़ चुके हैं कि हल्दी में एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो लीवर से सभी टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते है, जिसके उपरांत लीवर खून को साफ करने लगता है जिससे लीवर की क्षमता भी बेहतर होती है.

11. सूजन को करें कम (reduce inflammation)

हल्दी वाले दूध की सबसे बड़ी विशेषता शरीर की किसी भी प्रकार की सूजन को कम करना है.

हल्दी एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के कारण यह शरीर में होने वाली सूजन की समस्या को दूर करती है साथ ही इसमें हीलिंग प्रॉपर्टीज भी होती है.

इसमें प्राकृतिक रूप से करक्यूमिन कंपाउंड होता है, जो सूजन के उपचार में चोट, मोच, घाव को ठीक करने में अहम भूमिका निभाता है.

हल्दी में  सुगंधित तेल पाया जाता है जो खून से अत्यधिक लिपिड निकालने के लिए प्लेटलेट्स के एकत्रीकरण को कम करने और सूजन को कम करने में भी मदद करता है.

12. पीरियड्स में लाभकारी (beneficial during periods)

महिलाओं में पीरियड्स के दौरान पेट में ऐठन व दर्द होने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए हल्दी वाले दूध के फायदे भी देखे गए हैं.

मासिक धर्म के दौरान दाल, सब्जी आदि में हल्दी डालकर खाएं, गर्म पानी में भी हल्दी मिलाकर पीने से दर्द में आराम मिलता है.

दरअसल इसमें एंटीस्पेज्मोडिक गुण होते है जो मासिक धर्म के दौरान मांसपेशियों की ऐंठन को कम करने में मदद करते है.

13. चोट और मोच में राहत (Injury and sprain relief)

चोट लगने से घाव हो गया हो या मोच आ गई हो तो हल्दी का लेप बनाकर घाव वाली जगह पर बांधने से चोट के कारण होने वाला संक्रमण समाप्त हो जाता है.

दरसल हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो चोट या घाव को जल्दी भर देते हैं. अंदरूनी चोट को ठीक करने के लिए भी हल्दी वाला दूध पीना किसी रामबाण इलाज से कम नहीं.

यह जोड़ों, गठिया रोग, दातों का दर्द, कोशिकाओं के दर्द और बदन दर्द में भी लाभदायक होता है.

हल्दी दूध बनाने की विधि - haldi doodh recipe in hindi

जैसा कि ऊपर लेख में हल्दी वाला दूध पीने के फायदे तो जान ही चुके हैं, अब जानते हैं हल्दी वाला दूध कैसे बनाएं, जो बहुत ही आसान है.

सामग्री:

  • 1/4 चम्मच हल्दी पाउडर.
  • एक गिलास दूध.
  • चुटकी भर दालचीनी पाउडर.
  • स्वादानुसार शहद.

बनाने की विधि:

  • बताई गई सामग्री को एक गिलास दूध में डालें.
  • इसे 7 से 8 मिनट तक अच्छे से उबलने दें.
  • फिर इस दूध को छानकर एक गिलास में डाल ले.
  • स्वादानुसार शहद भी मिला सकते हैं.
  • इसके अत्यधिक लाभ के लिए हल्दी दूध को गर्म-गर्म पियें.

निष्कर्ष – conclusion

जैसा कि हमने ऊपर लेख में पढ़ा है, हल्दी और दूध के अपने फायदे हैं, लेकिन जब दूध में एक चुटकी हल्दी मिला दी जाती है, तो इसके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं.

खासकर सर्दियों के मौसम में रात को सोने से पहले हल्दी दूध पीने के अपने ही फायदे हैं. हल्दी दूध की तासीर गर्म होने से सर्दियों में होने वाली छोटी-छोटी बीमारियों से भी बचा जा सकता है.

पूछे जाने वाले प्रश्न - questions to ask

Q. हल्दी का दूध पीने से क्या होता है?

A. हल्दी का दूध पीने के एक नहीं अनेक फायदे है जैसे कि लीवर को डिटॉक्स करने में, चोट या घाव को जल्दी भरने में, पीरियड्स में लाभकारी, सूजन को कम करने, कैंसर की रोकथाम में, सर्दी-खांसी को दूर करने, खून को शुद्ध करने, अच्छी नींद एवं खूबसूरत त्वचा के लिए यह बेहद फायदेमंद है.

Q. हल्दी वाले दूध की तासीर कैसी होती है?

A. हल्दी दूध की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्मियों की अपेक्षा ठंडो में इसका उपयोग ज्यादा फायदेमंद होता है.

Q. हल्दी दूध कब पीना चाहिए?

A. वैसे तो सोने से आधे घंटे पहले हल्दी दूध का सेवन लाभदायक होता है, लेकिन आप अपनी आवश्यकतानुसार हल्दी वाला दूध दिन में किसी भी समय पी सकते हैं.

Q. एक गिलास दूध में हल्दी की कितनी मात्रा में लेनी चाहिए?

A. एक गिलास दूध में 1/4 चम्मच हल्दी डालनी चाहिए, क्योंकि ज्यादा हल्दी का सेवन हानिकारक हो सकता है.

और भी जानिए (know more)....

Post a Comment