लीवर को मजबूत करने के 10 उपाय, कारण और लक्षण | How to keep liver healthy?

हर साल लाखों लोग लीवर की बीमारी के शिकार हो रहे हैं आइए जानते हैं लीवर खराब होने का कारण और लक्षण, लीवर मजबूत करने के उपाय, लीवर को कैसे स्वस्थ रखें?
लीवर को मजबूत करने के 10 उपाय, कारण और लक्षण
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें लौ ग्लाइमेक्स इंडेक्स पदार्थों का सेवन करना चाहिए.

जिस प्रकार शरीर के कई अंगों का अपना महत्वपूर्ण महत्व होता है उसी प्रकार यकृत (Liver) का भी शरीर के अंदर अपना ही महत्वपूर्ण कार्य और महत्व है.

यदि लीवर में किसी भी प्रकार की बीमारी हो जाती है तो समझिए कि आप बड़ी मुश्किल में है क्योंकि हर वर्ष दुनिया भर में लगभग 2 मिलियन मौत लीवर की बीमारियों के कारण होती हैं.

जिसमें लीवर से संबंधित कई प्रकार की बीमारियां शामिल हैं जैसे कि वायरल हेपेटाइटिस, हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा, सिरोसिस, लीवर कैंसर और फैटी लीवर आदि.

इसलिए ऐसे आंकड़े देखते हुए आइए जानते हैं लीवर को मजबूत करने के उपाय, कारण, लक्षण और लीवर से संबंधित बीमारियां.

लिवर क्या है और इसके कार्य | What is liver and its functions in hindi

आइए जानते हैं यकृत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी.

➭ यकृत शरीर की सबसे बड़ी एवं व्यस्त ग्रंथि होती है और शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है.

➭ यकृत को हम जिगर, कलेजा एवं अंग्रेजी में लीवर (Liver) भी कहते हैं.

➭ लीवर का वजन 1.5 से 2 किलोग्राम (KG) तक का होता है.

➭ लीवर शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द से हुई है, 28 जुलाई को हर वर्ष वर्ल्ड हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है.

➭ हम जो भोजन ग्रहण करते हैं यकृत उसे पचाने में अहम भूमिका निभाता है जो पित्त का निर्माण करता हैं.

➭ लीवर का कार्य विभिन्न तरह के चयापचय को डिटॉक्सिफाई करना, प्रोटीन को संश्लेषित करना और भोजन पचाने के लिए आवश्यक रसायनिक बनाना हैं.

➭ यकृत (Liver) शरीर के अंदर मुख्य ऊष्मा उत्पादन करने वाला अंग होता है जिससे पूर्ण शरीर को ऊर्जा मिलती है.

➭ हम जो भोजन ग्रहण करते हैं उस भोजन को पचा कर उसमें से वसा और प्रोटीन को इकट्ठा करने में मदद करता है.

➭ खून का थक्का बनाने के लिए आवश्यक प्रोटीन को भी बनाता है.

➭ शरीर के अंदर विटामिन B12 लाल रक्त कणिकाओं के निर्माण के लिए भी यकृत अत्यंत महत्वपूर्ण होता है.

➭ लीवर शरीर के अंदर कुछ मुख्य कार्य करता है जैसे कि रक्त में शर्करा को नियंत्रित करना, विषैले पदार्थों को अलग अलग करना, ग्लूकोस को ऊर्जा में बदलना आदि.

➭ लीवर के अंदर कई तरह के विटामिन जैसे कि लौह तत्व ,विटामिन A,E,K,D और B12 जमा रहते है.

➭ यकृत शरीर के अंदर से विषैले और रसायनिक तत्वों को पित्त के रूप में फिल्टर करता है और इन्हें मल या मूत्र के द्वारा शरीर से बाहर निकालता है.

➭ लीवर शरीर के अंदर अतिरिक्त वसा को प्रोटीन में परिवर्तित करता है एवं अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोस में परिवर्तित करता है.

लीवर से संबंधित बीमारियां | Liver diseases in hindi

लीवर शरीर का एक महत्वपूर्ण ही अंग है जो शरीर की अंदर अनेक महत्वपूर्ण कार्य करता है लेकिन जब लीवर कमजोर होने लगता है तो व्यक्ति कई बीमारियों से घिर जाता है.

आइए जानते हैं लीवर कमजोर होने पर किस प्रकार की बीमारियां होती है?

1. फैटी लीवर (fatty liver)

फैटी लीवर की बीमारी में लीवर पर अत्यधिक मात्रा में फैट एकत्रित हो जाता है तो इसे हम फैटी लीवर की बीमारी से जानते हैं.

यह दो प्रकार का होता है अल्कोहल फैटी लीवर (Alcohol fatty liver) जो की अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से होता हैं.

नॉन अल्कोहल फैटी लीवर (Non Alcohol fatty liver) जो अन्य कारणों से होता हैं. इसमें हम शराब का सेवन बहुत कम मात्रा में करते हैं या बिल्कुल भी नहीं करते हैं.

फैटी लीवर की बीमारी में पेट से संबंधित कई बीमारियां होने लगती हैं जिस कारण लीवर बहुत कमजोर पड़ जाता है और वह अपनी कार्यप्रणाली को सही रूप से नहीं कर पाता है.

2. लीवर फेल्योर (Liver failure)

लीवर फेल्योर तब होता है जब लीवर का महत्वपूर्ण हिस्सा पूर्ण रूप से नष्ट हो जाता है या यह काम नहीं करता है. लिवर फैलियर की बीमारी धीरे-धीरे लीवर के अंदर विकसित होती है.

3. लीवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis)

लीवर सिरोसिस भी लीवर की एक प्रकार की बीमारी होती है जिसमे लीवर धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है. अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने, गलत खानपान आदि कारणों से होता है.

यदि समय पर लीवर सिरोसिस की बीमारी का इलाज ना करवाया जाए तो लीवर पूरी तरह से काम करना बंद कर देता हैं.

जब लीवर के ऊपर अत्यधिक मात्रा में फैट जमा हो जाता है तो इस खराब स्थिति को हम लीवर सिरोसिस की बीमारी भी कह सकते हैं.

4. लिवर कैंसर (Liver cancer)

लीवर कैंसर की बीमारी हेपेटाइटिस बी के कारण हो सकती है, लीवर कैंसर की पहचान शुरुआती अवस्था में कम होती है लेकिन जैसे-जैसे परेशानियां बढ़ने लगती है.

तो इसके लक्षण हमें महसूस होने लगते हैं जैसे भूख ना लगना, पीलिया, पाचन तंत्र की समस्याएं, सूजन, थकान, कमजोरी आदि. लीवर कैंसर, लीवर में एक घातक ट्यूमर का रूप ले लेता है.

5. पीलिया (Jaundice)

पीलिया बीमारी भी लीवर से संबंधित होती है जब गलत खानपान और प्रदूषित पानी पीने से धीरे-धीरे शरीर के अंदर कई विषैले तत्व जमा होने लगते हैं. जिस कारण हमें पीलिया की भी शिकायत हो जाती है.

6. हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A)

यह बीमारी भी लीवर से संबंधित होती है क्योंकि जब हम संक्रमित भोजन, संक्रमित पानी, संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क में आ जाते हैं तो हमें हेपेटाइटिस A की बीमारी होने की संभावना हो जाती है.

हेपेटाइटिस बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह होता है कि साफ सफाई का ध्यान रखें और इसका टीका भी लगवाए.

7. हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B)

हेपेटाइटिस बी भी एक तरह का वायरस होता है जो लीवर को संक्रमित कर देता है. जब यह संक्रमण अधिक लंबे समय तक चलता है तो इसे हम क्रॉनिक हेपिटाइटिस बी कहते हैं.

हेपेटाइटिस बी के कुछ लक्षण हमें देखने को मिलते हैं जैसे कि सिर में दर्द होना, उल्टी आना, अत्यधिक थकान, कमजोरी महसूस करना, पेट में दर्द, मूत्र का रंग बदल जाना, पीलिया बीमारी आदि.

8. हेपेटाइटिस सी (Hepatitis B)

हेपेटाइटिस सी भी एक तरह का संक्रमण होता है जो सीधे हमारे लीवर पर अटैक करता है. हेपेटाइटिस सी के कारण लीवर में कई बीमारियां उत्पन्न होने लगती है.

हेपेटाइटिस सी के दौरान भी हमें कुछ लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे की थकान, पेट दर्द, पीलिया, वजन घटना, शरीर नीला पढ़ना, पाचन संबंधित समस्याएं आदि.

लीवर खराब (फेल) होने के कारण | Due to liver failure in hindi

लीवर को मजबूत करने के 10 उपाय, कारण और लक्षण

लीवर फेल होने का कारण गलत जीवनशैली और खानपान पर निर्भर करता है. अधिक मात्रा में बाहरी चीजों का सेवन करने से लीवर में कमजोरी आ जाती है जिस कारण लीवर धीरे-धीरे कार्य करना बंद कर देता है जैसे-

➭ अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने से कोशिकाएं कमजोर होने लगती हैं तथा लीवर पर टॉक्सिक जमा होने लगते हैं जो कि फैटी लीवर (Fatty liver) का कारण बन जाती है.

➭ धूम्रपान करने से तमाकू के अंदर मौजूद टॉक्सिक लीवर पर जमा होने लगते हैं जो लीवर में पहुंचकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा करते हैं.

➭ मनमर्जी तरीके से दवाई लेना भी लीवर के फेल होने का कारण बन सकती हैं. इससे पेट में एसिडिटी, पेट दर्द, पाचन क्रिया संबंधित जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं.

➭ व्यस्त जीवन शैली होने से पर्याप्त नींद ना लेना या अनिद्रा की समस्या से भी लीवर पर इफेक्ट पड़ता है जिससे लीवर से जुड़ी हुई कई परेशानियां सामने आने लगती है.

➭ अधिक मात्रा में जंक फूड का सेवन करने से शरीर के अंदर अधिक तेल और मसाले पहुंचते हैं जो शरीर के स्वास्थ्य, लीवर और ह्रदय के लिए खतरनाक होते हैं इसलिए जितना हो सके जंक फूड का इस्तेमाल कम करें.

➭ जब हम किसी बाहरी संक्रमण से संक्रमित हो जाते हैं इस प्रकार के संक्रमण शरीर के कई अंगों को प्रभावित करते हैं जिससे लीवर पर भी प्रभाव पड़ता है.

➭ लीवर खराब होने का कारण अनुवांशिक भी हो सकता है.

➭ यदि कोई व्यक्ति डायबिटीज से ग्रस्त है तो उसे भी लीवर की बीमारी हो सकती है क्योंकि डायबिटीज की बीमारी में शरीर के अंदर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का निर्माण नहीं होता है जिससे लीवर के कार्य पर प्रभाव पड़ता है.

➭ अगर किसी व्यक्ति को काफी समय से कब्ज की समस्या रहती है तो इसका सीधा असर शरीर की पाचन तंत्र पर पड़ता है जो लीवर के फेल होने का कारण हो सकता है.

➭ लीवर के खराब होने का कारण अधिक वजन भी होता है ऐसे व्यक्ति जिनका वजन बहुत ज्यादा होता है उन्हें लीवर से संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं.

लीवर खराब होने के लक्षण | Symptoms of liver failure in hindi

जब लीवर कमजोर पड़ने लगता है तो यह अपने कार्य को प्रभावी रूप से नहीं कर पाता है जिस कारण शरीर द्वारा कई तरह के संकेत मिलने लगते हैं आइए जानते हैं लीवर की गर्मी के लक्षण.

    1. पेट में दर्द और सूजन का हो जाना.
    2. कमजोरी महसूस करना.
    3. जी मचलना,उल्टी होना.
    4. पैरों में दर्द और सूजन का हो जाना.
    5. आंखों में पीलापन तथा त्वचा का सफेद पड़ जाना.
    6. भूख कम लगना.
    7. पीलिया बीमारी का होना.
    8. त्वचा पर खुजली और जलन की समस्या का होना.
    9. मूत्र के रंग में परिवर्तन का होना जैसे कि गहरा पीला मूत्र निकलना.

लीवर को स्वस्थ रखने के लिए क्या खाएं और क्या नहीं? | Liver healthy in hindi

सही रूप से यदि कहा जाए तो हमारी जीवन शैली और खान-पान ही निर्भर करता है आपके अच्छे स्वास्थ्य पर.

पर समय की कमी के अभाव से लोगों की लाइफ स्टाइल इतनी व्यस्त हो गई है कि वह यह भी नहीं जानते कि हम जो खा रहे हैं उसका स्वास्थ पर क्या असर पड़ेगा अच्छा या बुरा?

गलत खानपान की वजह से ही लीवर धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है क्योंकि लीवर पर विषाक्त (Toxic) पदार्थ जमा होने लगते हैं जिस कारण लीवर से जुडी कई बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं.

इसलिए विशेष तौर से लीवर के लिए आहार या लीवर के लिए एक प्रॉपर डाइट होनी चाहिए.

लीवर को स्वस्थ रखने के लिए लौ ग्लाइमेक्स इंडेक्स खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और हाई ग्लाइमेक्स इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों का सेवन बहुत ही सीमित मात्रा में करना चाहिए.

यकृत (Liver ) को मजबूत करने के लिए क्या खाएं ? वह एक टेबल के द्वारा दर्शाया है.

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए क्या खाएं लिवर को स्वस्थ रखने के लिए क्या ना खाएं
विटामिन सी वाले फल (Vitamin C fruits) ज्यादा नमक वाले खाद्य पदार्थ (High salt foods)
अमरूद (Guava) ज्यादा शुगर वाले खाद्य पदार्थ (High sugar foods)
सेब (Apple) रेड मीट (Red meat)
पपीता (papaya) अल्कोहल (Alcohol)
पालक (Spinach) अधिक तेल मसाले वाला भोजन (High oil spicy food)
अलसी के बीज (Flaxseed seeds) ज्यादा बाहर का खान (More outside foods)
अंडा (Egg) प्रोसेस्ड फूड (Processed food)
ओटमील (Oatmeal) चाइनीस फूड (Chinese Food)
चुकंदर (Beet) सॉफ्ट ड्रिंक (Soft drink)
एवोकाडो (Avocado) जंक फूड (Junk food)
लहसुन (Garlic) कुकीज (Cookies)

लीवर को मजबूत करने के उपाय | Measures to strengthen the liver in hindi

डब्ल्यूएचओ (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष कई लाख लोग लीवर की बीमारी के शिकार हो रहे हैं और दिन प्रतिदिन मरने वालों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं.

इसलिए हमें लीवर से संबंधित होने वाली बीमारियों से भी बचना है और लीवर को स्वस्थ रखने के तरीकों को अपनाना है. लिवर को स्वस्थ रखने के लिए या इससे होने वाली बीमारियां से बचने के लिए हम कुछ बचाव कर सकते हैं.

तो आइए जानते हैं लीवर को मजबूत कैसे करें?

1. लहसुन (Garlic)

आयुर्वेदिक वैद्य प्राचीन समय से ही लहसुन का उपयोग एक जड़ी-बूटी के रूप में करते आ रहे हैं. लहसुन के अंदर एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरल, और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो शरीर के अंदर फिल्टर का काम करते हैं.

लहसुन के अंदर एलीसिन नामक सल्फर यौगिक पाया जाता है जो एंटी-कैंसर और एंटी-बायोटिक के रूप में जाना जाता है.

लहसुन के सेवन से हम लीवर को स्वस्थ भी रख सकते हैं और इससे संबंधित कई बीमारियों से भी बच सकते हैं. सुबह के समय खाली पेट लहसुन की एक कली पानी के साथ ले सकते हैं.

2. पालक (Spinach)

हम अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां या पालक का सेवन कर सकते हैं. पालक (Spinach) के अंदर विटामिन C, एंटी ऑक्सीडेंट, खनिज, फाइटोकेमिकल्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं.

इसका ग्लाइमेक्स इंडेक्स भी कम होता है जो डायबिटीज और लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है. हर 100 ग्राम पालक के अंदर 28.1 mg विटामिन C पाया जाता है.

पालक के उपयोग से शरीर में खून की कमी पूरी होती है और लीवर को कमजोर होने से भी बचाती है. पालक का जूस भी लीवर के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

3. ब्रोकोली (Broccoli)

लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनका ग्लाइमेक्स इंडेक्स (Glymex index) कम होता है जैसे कि ब्रोकोली.

जब लीवर के ऊपर फैट बढ़ जाता है तो लीवर से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं और लीवर भी सही रूप में काम करना बंद कर देता है.

ऐसे में हम ब्रोकोली का सेवन कर सकते हैं क्योंकि ब्रोकली के अंदर सल्फोराफेन यौगिक पाया जाता है जो लीवर पर जमा हुए फैट को कम करने में मददगार साबित होता है.

4. हल्दी (turmeric)

लीवर को स्वस्थ रखने के तरीकों में हल्दी एक बहुत ही प्राचीन जड़ी बूटी है जो शरीर की कई प्रकार की बीमारियों के लिए को दूर करने के लिए उपयोग की जाती है.

हल्दी के अंदर कई तरह के विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर, एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं जो शरीर के अंदरूनी अंगों को मजबूत करने के लिए फायदेमंद होती है.

लीवर से संबंधित कई प्रकार की बीमारियों को कम करने के लिए हम हल्दी, दूध और हल्दी का एक साथ भी सेवन कर सकते हैं.

5. आंवला (Gooseberry)

लीवर के लिए फायदेमंद फल में आंवला फल एक बेहतरीन औषधीय फल है, क्योंकि आंवला भी कई सेहतमंद गुणों से भरपूर होता है. इसके अंदर कई तरह के विटामिंस, खनिज तत्व पाए जाते हैं जो शरीर की अनेक क्रियाओं के लिए आवश्यक होते हैं.

आंवले के उपयोग से हम लीवर को तो स्वस्थ रख सकते हैं इससे और भी कई प्रकार की बीमारियां ठीक कर सकते हैं जैसे की हार्ट अटैक, कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण, गले की खराबी, बुखार, दमा रोग आदि.

आंवला का सेवन कई प्रकार से कर सकते हैं इसकी चटनी बनाकर, मुरब्बा, आंवले का जूस, आंवले का अचार, आंवले की कैंडी आदि.

लीवर को मजबूत करने के 10 उपाय, कारण और लक्षण
लीवर मजबूत करने के लिए हम ब्रोकोली, पपीता, पालक, हल्दी, लहसुन, नींबू, अंगूर इन सब का सेवन कर सकते हैं.

6. पपीता (papaya)

पपीता फल कई सेहतमंद गुणों से भरपूर होता है इसके अंदर कई तरह के विटामिंस, खनिज तत्व, एंट्री- एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं.

जो शरीर को डिटॉक्सिफाई करते हैं और लीवर पर जमा हुआ फैट तथा विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं.

पपीता के अंदर पपाइन (papain) नामक प्रोटीन पाया जाता है जो भोजन को तेजी से बचाने में मदद करता है तथा लीवर से जुड़ी हुई बीमारियों को कम करने के लिए भी मददगार होता है.

7. एवोकाडो (Avocado)

लीवर के लिए फायदेमंद फल में एवोकाडो एक सेहतमंद फल होता है इसके अंदर कई तरह की खनिज तत्व, विटामिंस, एंटी-इन्फ्लेमेटरी एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर की अंदरूनी शक्ति के लिए आवश्यक होते हैं.

हर 100 gm एवोकाडो फल के अंदर 10 mg विटामिन C पाया जाता है जो कि शरीर की अंदरूनी क्रियाएं को करने के लिए आवश्यक होता है.

एवोकाडो फल के सेवन से लीवर पर जमा हुआ फैट और विषैले तत्व डीटॉक्सिफाई होकर शरीर के बाहर निकलते हैं और लीवर को नई मजबूती मिलती है.

8. चुकंदर (Beet)

लीवर को स्वस्थ और मजबूत करने के लिए हम चुकंदर का सेवन कर सकते हैं क्योंकि चुकंदर के अंदर बीटालाइंस और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो यकृत पर जमा हुए टॉक्सिक (फैटी लीवर) पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं.

जिससे लीवर पर जमा हुआ फैट धीरे-धीरे कम होता है, लीवर की सूजन दूर होती है और लीवर को नई मजबूती मिलती है.

9. ग्रीन टी (Green tea)

शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए ग्रीन टी सबसे बेहतर विकल्प है क्योंकि ग्रीन टी के अंदर प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, पॉलिफेनोल्स तत्व पाए जाते हैं जो फैटी लीवर जैसी बीमारियों को कम करने में मददगार होते हैं.

एक अध्ययन के अनुसार ग्रीन टी का सेवन करने से फैटी लीवर जैसी बीमारियों को हम 75% तक कम कर सकते हैं.

ग्रीन टी का सेवन हमें जरूर करना चाहिए क्योंकि यह कई प्रकार से शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लाभदायक है.

10. अंगूर (Grapes)

लीवर को मजबूत करने के लिए हम अंगूर का भी सेवन कर सकते हैं क्योंकि अंगूर के अंदर एक अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं.

जो फैटी लीवर बीमारी में लीवर के अंदर मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालते हैं. इससे लीवर की सूजन भी कम होती है और लीवर सही रूप से धीरे-धीरे कार्य करने लगता है.

आखिरी शब्द | Last word

लीवर शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है जो कि शरीर की अनेक महत्वपूर्ण क्रियाओं को करता है.

लेकिन जब लीवर कमजोर पड़ जाता है तो इससे हमें कई गंभीर बीमारियां हो जाती हैं जैसे कि फैटी लीवर, हेपेटाइटिस, लीवर कैंसर और सिरोसिस आदि.

इसलिए इस लेख में हमने जाना कि कैसे हम लीवर की देखभाल कर सकते हैं? लीवर के लिए आहार, उपाय, कारण और लक्षण

अंत में यही कहूंगा कि हमारी जीवन शैली और खान-पान ही निर्भर करता है एक अच्छे स्वास्थ्य पर. यदि आपको एक हेल्दी लाइफ जीना है तो आपको विशेष अपने खान-पान पर ध्यान रखना पड़ेगा.

लीवर संबंधित प्रश्न | FAQ

Q. लीवर फेल होने पर हमें किस प्रकार के लक्षण दिखते हैं?

A. लीवर फेल होने पर हमें कई प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि पेट में दर्द, सूजन का होना, कमजोरी महसूस होना, उल्टी, पीलिया की शिकायत, भूख कम लगना, मूत्र के रंग में परिवर्तन होना, आंखों में पीलापन और त्वचा का सफेद पड़ना आदि.

Q. शराब पीने से लीवर जल्दी खराब क्यों हो जाता है?

A. अधिक मात्रा में शराब पीने से लीवर के ऊपर टॉक्सिक जमा होने लगते हैं जिससे लीवर धीरे-धीरे सिकुड़ने लगता है और लीवर फैटी हो जाता है जिसे हम फैटी लीवर की बीमारी से जानते हैं.

Q. लीवर खराब होने के क्या कारण होते हैं?

A. लीवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि डायबिटीज की बीमारी, धूम्रपान करना, अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन, अधिक वजन का होना, अधिक मात्रा में दवाइयां लेना, जंक फूड, अधिक तेल मसाले वाली चीजें खाना और किसी बाहरी संक्रमण से संक्रमित हो जाना.

Q. लीवर को मजबूत बनाने वाले फल कौन से हैं?

A. लीवर को मजबूत करने के लिए आप ब्रोकोली, अंगूर, एवोकाडो, पपीता, पालक, नींबू, लहसुन, हल्दी, चुकंदर, ग्रीन टी इन सब का सेवन कर सकते हैं.

Q. लीवर को हमेशा स्वस्थ कैसे रखें?

A. लीवर को स्वस्थ रखने के लिए हमें धूम्रपान, अल्कोहल, ज्यादा तेल मसाले वाली चीजें, बाहर का खाना, जंक फूड इन सब का सेवन नहीं करना चाहिए. आप फलों का सेवन और घरेलू चीजें जैसे की हल्दी, लहसुन, पालक, चुकंदर इनका सेवन कर सकते हैं और सुबह व्यायाम, योगा जरूर करें.

Q. लीवर के अध्ययन को क्या कहा जाता है?

A. लीवर के अध्ययन को हेपेटोलॉजी (hepatology) कहते हैं.

हर मनुष्य अपने स्वास्थ्य का खुद ही लेखक होता है.

                                                               गौतम बुद्ध.

धन्यवाद.

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