टेंशन कम करने के आसान 13 उपाय और लक्षण | what is stress in hindi

दुनिया में हर कोई आज किसी ना किसी प्रकार से डिप्रेशन का शिकार है. हम किस तरह से डिप्रेशन,तनाव या स्ट्रेस को दूर कर सकते हैं इसके उपाय, लक्षण, प्रकार.
टेंशन कम करने के आसान 13 उपाय और लक्षण

अमेरिकन इंस्टिट्यूट एक रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष कम से कम 120000 लगभग लोग अपने काम के स्ट्रेस या तनाव की वजह से मर जाते हैं.

आज के समय में 100 में से 95% लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं यह डिप्रेशन किसी भी अवस्था में और कई कारणों से होता है तो आइए पढ़ते हैं.

आज हम अपने इस लेख में जानेंगे कि चिंता या डिप्रेशन को अपने आप से कैसे दूर रख सकते हैं, तनाव दूर करने के क्या उपाय होते हैं, तनाव के प्रकार लक्षण और चिंता दूर करने के घरेलू उपाय?

स्ट्रेस (Tension), तनाव या डिप्रेशन क्या होता है | What is depression in hindi

तनाव हमारे शरीर से ही उत्पन्न हुई एक सामान्य प्रतिक्रिया होती है जब हम अपने आप को किसी मुश्किल में पाते हैं तो हमारा मानसिक संतुलन धीरे-धीरे बिगड़ने लगता है.

तनाव से उत्पन्न हुई प्रतिक्रिया ही हमें चुनौतियों का सामना करने में मदद करती हैं, पर कुछ समय गुजर जाने के बाद यही तनाव हमारी सहायता करना बंद कर देता है.

जिससे हमारे स्वास्थ्य, मन, दिमाग की प्रतिक्रिया, उत्पादकता, संबंध तथा हमारे जीवन की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ता है.

तनाव हमारे शरीर की ही एक तरह की प्रतिक्रिया होती है जो हमारे अंदरूनी भावनाओं से, मस्तिष्क, विचारों से ही निकलता है.

तनाव के प्रकार | Types of stress in hindi

मानव संरचना ईश्वर द्वारा बनाई गई एक अनमोल कृति है. लेकिन हम अपनी जिंदगी में कुछ ऐसी प्रतिक्रिया करते रहते हैं जिससे हमें अलग-अलग तरह के तनाव उत्पन्न होने लगते हैं.

आयुर्वेदिक समय से ही तनाव के कई स्वरूप होते हैं जैसे कि मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक तनाव. 

1. मानसिक तनाव (mental stress)

आयुर्वेद के अनुसार मानसिक तनाव तब होता है जब हम अपने दिमाग का जरूरत से ज्यादा उपयोग करते हैं या दुरुपयोग करते  है.

जब एक व्यक्ति सही रूप से सोच या समझ नहीं पाता है तो उसकी भावनाओं, व्यवहार, दिमाग और इंद्रियों पर काबू नहीं रहता है तो ऐसी हालत को हम मानसिक रोग कहते हैं.

अगर आप अधिक मानसिक कार्य करते हैं कई घंटों में ऑफिस कंप्यूटर पर काम करते हैं तो इससे हमें मानसिक गतिविधियां ऊर्जा और दिमाग से जुड़ा हुआ तनाव या असंतुलन पैदा होने लगता है.

पूरे विश्व में हजारों लाखों लोग मानसिक तनाव की बीमारी से गुजर रहे हैं जब एक परिवार का एक सदस्य किसी मानसिक बीमारी से गुजर रहा होता है तो पूरे परिवार को उस मानसिक रोग से गुजरना पड़ता है.

मानसिक रोग की सबसे बड़ी वजह होती है निराशा.

मानसिक रोग किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है चाहे वह बच्चे, बूढ़े अथवा जवान कोई भी हो.

मानसिक रोग भी कई प्रकार के होते हैं जो हर एक व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं. 

मानसिक बीमारी के लक्षण

     ➭ याददाश्त कमजोर होना.

     ➭ नकारात्मक बातों का सोचना.

     ➭ किसी काम में मन न लगना.

     ➭ जरूरत से ज्यादा चिंता करना.

     ➭ किसी भी निर्णय को लेने के लिए बार-बार सोचना.

     ➭ आत्मविश्वास की कमी.

     ➭ बार-बार गुस्सा आना.

2. भावनात्मक तनाव (emotional stress)

भावनात्मक तनाव जब मस्तिष्क में उत्पन्न होता है तो यह शारीरिक प्रतिक्रियाओं को उत्तेजित कर यानी कि पहले हमारे मस्तिष्क, विचारों में भावनात्मक यानी कि इमोशनली स्ट्रेस होगा.

फिर यह सीधे हमारे शारीरिक प्रतिक्रिया यानी कि कुछ कर गुजरने की कल्पना को सच्चाई में बदल देता है.

जनरल साइंस की प्रकाशित एक रिपोर्ट में भावनात्मक तनाव हमारे न्यूरल सर्किट की ओर इशारा करता है.

भावनात्मक तनाव मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों को सक्रिय कर देता है और फिर शारीरिक प्रतिक्रियाओं को धीरे धीरे उत्पन्न करने लगता है.

भावनात्मक तनाव के लक्षण

     ➭ अचानक से डर लगने की भावना.

     ➭ अपने पास हमेशा किसी खतरे को महसूस करना.

     ➭ पुरानी यादों को सोचकर खतरा महसूस करना.

     ➭ ब्लड प्रेशर और शरीर के तापमान को एकदम से बड़ा देना.

     ➭ हृदय की गति को तेज कर देना.

     ➭ एकदम से बुखार को महसूस करना.

     ➭ छोटी-छोटी बातों पर इमोशनल हो जाना.

     ➭ हर वक्त उतावलापन महसूस करना.

3. शारीरिक तनाव (physical stress)

जब हम किसी तनाव से गुजर रहे होते हैं तो इसका असर हमारे शारीरिक यानी कि शरीर पर भी पड़ता है जिसे हम शारीरिक तनाव कहते हैं.

जैसे कि दिन भर काम करके तनाव को महसूस करना, किसी भी एक बात को लेकर अधिक सोचना, कोई बीमारी का होना इन सब से इन सब प्रकार के तनाव का असर हमारे शरीर पर पड़ता है.

     ➭ जिससे हमें शारीरिक तनाव उत्पन्न होने लगता है.

     ➭ शारीरिक तनाव के लक्षण

     ➭ हृदय की धड़कन का तेज होना.

     ➭ सांस लेने में परेशानी होना.

     ➭ घबराहट, थरथराहट, जुखाम होना.

     ➭ अधिक मात्रा में पसीना आना.

     ➭ बार बार पेशाब जाना.

     ➭ बालों का झड़ना.

     ➭ सिर दर्द होना.

तनाव के लक्षण | symptoms of stress in hindi

जैसा कि हम ऊपर अपने लेख में पढ़ चुके हैं कि तनाव क्या होता है यह कितने प्रकार का होता है. आयुर्वेद के अनुसार तनाव जिस प्रकार का होता है उसी प्रकार के उपचार की जरूरत होती है.

जब हम तनाव को महसूस करते हैं तो कुछ लक्षण हमें देखने को मिलते हैं आइए जानते हैं तनाव के लक्षणों के बारे में.

     ➭ संज्ञानात्मक लक्षण.

     ➭ स्मरण शक्ति की समस्या.

     ➭ एकाग्रता की कमी.

     ➭ किसी चीज को परखने में गलती होना.

     ➭ हमेशा नकारात्मक सोचना.

     ➭ व्यर्थ की चिंता करना.

     ➭ बार-बार मूड बदलना.

     ➭ छोटी सी बात पर चिड़चिड़ापन या गुस्सा होना.

     ➭ बेचैनी, घबराहट, थरथराहट होना.

     ➭ अपने आप में हार महसूस करना.

     ➭ दस्त या कब्ज की समस्या का होना.

     ➭ उल्टी और चक्कर आना.

     ➭ सेक्स रुचि का कम होना.

     ➭ बार-बार सर्दी-जुखाम बुखार का होना.

     ➭ हृदय गति का धीमा और तेज होना.

     ➭ नींद ना आना, भूख का कम हो जाना.

     ➭ अपने आप को हमेशा दूसरों से अलग रखना.

     ➭ तनाव के कारण धूम्रपान या नशीली चीजों का सेवन करना.

टेंशन या तनाव होने के क्या कारण होते हैं? | What causes stress in hindi?

तनाव होने के एक नहीं कई कारण होते हैं और यह हमें किसी भी वक्त, और किसी भी उम्र में हो सकता है.

आइए जानते हैं तनाव क्यों होता है.

➭ वैवाहिक जीवन में परेशानियों का सामना करना.

➭ किसी भी काम को वक्त पर खत्म न कर पाना.

➭ कई तरह की गंभीर बीमारियों का होना.

➭ रिश्तो में दरार आ जाना.

➭ आर्थिक तंगी का होना.

➭ परिवार और अपनों के बीच में दूरी का आ जाना.

➭ नौकरी का ना लगना.

➭ किसी प्रकार के कर्ज का होना.

➭ एक अच्छी लाइफ स्टाइल ना जीना.

➭ इच्छाएं पूरी ना होना.

➭ परीक्षा में फेल हो जाना.

➭ जरूरत से ज्यादा सोचना.

➭ नशीले पदार्थों का सेवन करना.

➭ किसी भी कार्य में असफल हो जाना.

➭ आत्मविश्वास की कमी.

➭ पुरानी यादों को सोचकर तनाव महसूस करना.

➭ परिवार की चिन्ता होना.

➭ अपने काम की चिंता होना.

➭ अधिक इमोशनल होना, छोटी सी बात का बुरा लगना.

तनाव या चिंता दूर करने के उपाय | Measures to relieve stress in hindi

आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में हर कोई सफलता पाने के चक्कर में रहता है हर कोई चाहता है कि हमारे पास वह सारी सुख सुविधा हो जो हमें चाहिए क्योंकि मन कभी संतुष्ट नहीं होता है.

यही संतुष्टि की अपेक्षा में हम मानसिक, शारीरिक रूप से कुछ ना कुछ पाने के लिए रोजमर्रा की जिंदगी में एक नई जंग लड़ते रहते हैं.

अगर सफलता मिली तो अच्छा और नहीं मिली तो हम बस डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं और यही डिप्रेशन जब हमारे ऊपर भारी हो जाता है तो हमें कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं और हमारा स्वास्थ्य बिगड़ जाता है. 

आइए जानते हैं कि हम किन उपायों का उपयोग करके मानसिक, शारीरिक या भावनात्मक तनाव को कैसे कम कर सकते हैं.

1. अपने काम की दिनचर्या बनाएं

जब हमारा शेड्यूल्स बहुत व्यस्त होता है तो हम समझ नहीं पाते हैं कि हमें किस तरह से अपने काम को निपटाना चाहिए.

जब हमारे काम बिगड़ने लगते हैं या ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं कि हम अपने कार्य को समय रहते नहीं कर पाते हैं तो फिर धीरे-धीरे तनाव व चिंता होने लगती है.

इसलिए यदि आप तनाव से दूर रहना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपनी एक दिनचर्या बनाएं जिससे आप अपने हर एक काम को वक्त पर खत्म कर सकें.

इससे आपको तीन फायदे होंगे एक तो आपको तनाव महसूस नहीं होगा, आप खुश रहेंगे और जैसी भी परिस्थिति हो आप अपने आप को साबित कर सकेंगे.

2. नियमित व्यायाम करें

प्रतिदिन व्यायाम करने से हमारे शरीर की फिजिकल एक्टिविटी तो बढ़ती है लेकिन व्यायाम करने का एक फायदा यह भी है कि यह हमारे स्ट्रेस लेवल को कम करने में मदद करता है.

व्यायाम करने से हमारे शरीर की मांसपेशियों का भी व्यायाम होता है, और स्ट्रेस हार्मोन की भी मात्रा कम हो जाती है जिससे हमें तरोताजा और ऊर्जावान महसूस होता है.

डॉक्टर्स में तनाव कम करने के लिए व्यायाम करने की सलाह देते हैं.

3. तनाव को कम करने के लिए अपनाएं योगा

योग एक ऐसा साधना है जिसे आज पूरी दुनिया अपना रही है. डिप्रेशन या तनाव को कम करने के लिए हमें योगा जरूर अपनाना चाहिए.

हर रोज सुबह जल्दी उठ कर कम से कम आधे घंटे जरूर योगा करना चाहिए. 

तनाव कम करने के लिए हम कई तरह के योग अपना सकते हैं जैसे कि उत्तानासन, सुखासन, सर्वांगासन, पादोत्तासन और हलासन.

4. तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन जरूर करें

दिमाग और मन को एकाग्र करने के लिए हम ध्यान या मेडिटेशन करना चाहिए. 

प्राचीन काल से ही हमारे गुरु, साधु, महात्मा और कई ज्ञानी पुरुष ध्यान लगाते आ रहे हैं. जिससे उनकी मन की शक्ति, सोच विकसित होती है.

ध्यान लगाने का सबसे अच्छा फायदा यह होता है कि हम किसी भी प्रकार के तनाव को कम कर सकते हैं कैसी भी परिस्थिति हो उसका सामना करने की क्षमता हमारे अंदर आ जाती है.

इसलिए हमें अपने बिजी शेड्यूल में से थोड़ा सा समय निकालकर मेडिटेशन जरूर करना चाहिए.

5. हमेशा खुश रहना चाहिए

किसी भी प्रकार के तनाव को कम (डिप्रेशन तनाव या स्ट्रेस को दूर करने के उपाय) करने के लिए या तनाव से संबंधित किसी भी बीमारी से निपटने के लिए हमें हमेशा खुश रहना चाहिए.

यदि हम खुश रहते हैं और हम अपना हर एक काम खुशी-खुशी करते हैं किसी भी परिस्थिति में तनाव को महसूस नहीं करते हैं.

हंसते-हंसते हर एक चीज का समाधान करते हैं तो तनाव जैसी बीमारियां हमसे कोसों दूर रहेगी. 

इसके लिए हमें अपने विचार, दिमाग को अपने वश में रखना पड़ेगा. हमेशा सकारात्मक सोच रखें नकारात्मक विचारों को अपने पास भटकने भी ना दें.

6. गहरी सांस लें

जब हम तनाव को महसूस करते हैं तो हमें एकाग्र होकर एक जगह बैठ जाना चाहिए और ध्यान लगाकर गहरी सांसे लेना चाहिए जिससे हमारी मांसपेशियां हमें बहुत अच्छा महसूस कराती हैं.

जब हम गहरी सांस लेते हैं तो हम कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं और ऑक्सीजन की प्राप्ति करते हैं जिससे हमारे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और हमारी बॉडी डिटॉक्सिफाई होती है.

गहरी सांस लेने से हमारा तनाव तो कम होता ही है हमारे मन और शरीर को भी आराम मिलता है.

7. म्यूजिक सुनना

संगीत सुनना हर तरह से हमारे काम आता है, जब हम अपने काम से बोर हो रहे हैं, तनाव महसूस कर रहे हो तो आप ऐसे संगीत या गाने सुने जिन्हें आप पसंद करते हैं.

जब हम संगीत सुनते हैं तो हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम का न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होता है जिसके कारण हमें बहुत अच्छा महसूस होता है.

डिप्रेशन को कम करने के लिए म्यूजिक सुनना एक बहुत ही अच्छा उपाय है. 

डॉक्टर्स का भी यही कहना होता है कि हमें संगीत को जरूर सुनना चाहिए क्योंकि यह हमें अंदर से खुशी प्रदान करता है.

टेंशन कम करने के आसान 13 उपाय और लक्षण
टेंशन दूर करने के 13 आसान उपाय | Easy ways to relieve tension

8. खुद की देखभाल करें

तनाव और डिप्रेशन से दूर रहने के लिए सबसे पहला काम यह होता है कि आप अपनी खुद की देखभाल करें. क्योंकि जब आप स्वस्थ होंगे तो हर काम आप आसानी से कर लेंगे और आपका मन भी एकाग्र चित्त होगा.

9. हमेशा सकारात्मक सोच रखें

हमें हमेशा अपने जीवन में सकारात्मक सोच (Positive thinking) रखना चाहिए. सकारात्मक सोच रखने से हम जिंदगी में हमेशा आगे बढ़ते जाते हैं कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना भी कर लेते हैं.

जिससे हम खुश तो होते ही हैं साथ में हमारे मिलने जुलने वाले भी खुश रहते हैं. इसलिए जितना भी हो सके नकारात्मक विचारों को अपने आप से दूर रखें.

हमेशा ऐसे इंसानों से मुलाकात या बातचीत करें जिनकी सोच पॉजिटिव हो जो हमेशा मोटिवेट करते हो.

10. अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं

यदि आपका आत्मविश्वास अधिक है तो आप कठिन से कठिन परिस्थिति का भी सामना कर सकते हैं. जब आप सकारात्मक सोच रखेंगे या सेल्फ मोटिवेट होंगे तो आपका आत्मविश्वास अपने आप बढ़ेगा.

क्योंकि जीवन में कुछ ऐसी परिस्थितियां आती हैं जिनका सामना करना बड़ा ही मुश्किल होता और ऐसे में हम अपने आप में तनाव महसूस करने लगते हैं और धीरे-धीरे यही तनाव हमारे ऊपर हावी हो जाता है.

लेकिन यदि आपका कॉन्फिडेंस लेवल अच्छा होगा तो आप इस तनाव को अपने ऊपर भारी नहीं होने देंगे.

11. अपना काम स्वयं करें

जहां तक हो सके आप अपने कामों को खुद निपटाए जिससे आपके अंदर कॉन्फिडेंस भी जगेगा और आप सेल्फ मोटिवेटेड भी होंगे. 

जब हम अपने काम को स्वयं निपटा लेते हैं तो हमें एक अंदरूनी खुशी महसूस होती है और हम आगे भी उन परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हो जाते हैं.

जिससे ना तो  हमें किसी प्रकार की चिंता होती है और ना ही हम डिप्रेशन का शिकार होते हैं.

12. एक अच्छी लाइफ स्टाइल जिए

हमें अपनी जिंदगी को कैसे जीना है यह हमारे हाथ में होता है. हम जैसी लाइफस्टाइल जीते हैं हम उसी तरह के माहौल में ढलने लगते हैं.

इसलिए आप अपनी लाइफ में अच्छा पहने, खाएं, लोगों से अच्छी बातचीत करें और अच्छी आदतें डालें जिससे आपको भी खुशी मिले और दूसरों को भी.

13. डांस जरूर करें

जी हां डांस करने से हम तनाव को दूर कर सकते हैं क्योंकि जब हम डांस करते हैं तो हमारे शरीर में रक्त का संचार बहुत तेजी से होता है जिससे हम अपने आपको फ्रेश और हल्का महसूस करते हैं.

डांस करने से हमें कई फायदे होते हैं जैसे कि हमारी फिजिकल एक्टिविटी बढ़ती है, एक्टिव नेस बढ़ती है, मोटापा भी कम होता है और हम डिप्रेशन के शिकार भी नहीं होते हैं.

स्ट्रेस, टेंशन या तनाव को दूर करने के घरेलू उपाय | Home remedies for stress in hindi

टेंशन कम करने के आसान 13 उपाय और लक्षण

घरेलू उपायों को हम आयुर्वेदिक काल से ही उपयोग करके आ रहे हैं. प्राचीन काल में ना ही दवाएं थी ना ही कोई बड़ी-बड़ी इलाज करने वाली मशीनें.

तो आइए जानते हैं कि कैसे हम तनाव को कम करने के लिए घरेलू नुस्खों का उपयोग कर सकते हैं?

1. सिर पर नीम का पाउडर लगाने से तनाव कम होता है.

2. पानी के साथ सूखी अदरक का लेप बनाने के बाद इस लेप को माथे पर लगाने से तनाव कम होता है.

3. गर्म दूध के साथ 5-6 बादाम का सेवन करने से भी फायदा होता है.

4. एक छोटी तोलिए को ठंडे पानी में भिगोकर और कुछ समय तक अपने माथे पर रखें जिससे हमें ठंडक महसूस होती है और तनाव या स्ट्रेस लेवल धीरे-धीरे कम होता है.

5. धनवंतरी तेल या नारियल तेल से पूरे शरीर की मालिश करवाने से तनाव कम होने में लाभ मिलता है.

6. सोने से पहले दूध में गुलकंद मिलाकर पीने से लाभ मिलता है.

7. अगंश्वधा, ब्राह्मी, अदरक जैसी आयुर्वेदिक औषधियां भी तनाव को कम करने में लाभदायक होती है.

8. कुछ खानपान जैसे कि बादाम, नारियल, फल, पनीर, खट्टे फल, डार्क चॉकलेट, अंडा आदि इनसे भी तनाव की अवस्था को ठीक करने में मदद मिलती है.

9. तुलसी के पत्तों के अंदर कुछ ऐसे विशेष गुण पाए जाते हैं जो हमारे स्ट्रेस लेवल को कम करते हैं. यदि हम सुबह खाली पेट 4-5 तुलसी के पत्तों को चबा चबा कर खाएं तो इससे हम कई बीमारियों से बच सकते हैं.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न | frequently Asked question

Q. मानसिक तनाव को कैसे कम करें?

A. मानसिक तनाव को कम करने के कई उपाय हैं जैसे कि अपनी दिनचर्या बनाएं, नियमित व्यायाम करें, योगा करें, मेडिटेशन या ध्यान लगाएं, हमेशा खुश रहे, गहरी सांस लें, डांस जरूर करें, म्यूजिक को सुनें, खुद की देखभाल करें, सकारात्मक सोच रखें, अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं, एक अच्छी लाइफ स्टाइल जिए आदि.

Q. इंसान का मानसिक तनाव कब बढ़ना चालू हो जाता है?

A. जब इंसान सही रूप से सोच,समझ नहीं पाता है तो उसकी भावनाएं, व्यवहार, दिमाग अपने खुद के शरीर पर काबू नहीं रहता है जिससे धीरे धीरे मानसिक रोग व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है.

Q. संगीत तनाव को कैसे कम कर सकता है?

A. यदि हम दिनभर की दिनचर्या से थक गए हैं तो संगीत सुनकर हम अपने दिमाग को रिलैक्स महसूस करवा सकते हैं. संगीत सुनने से हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम का न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होता है जिससे हम बहुत अच्छा महसूस करते हैं.

Q. जिंदगी में तनाव को कैसे दूर किया जा सकता है?

A. जिंदगी में तनाव मुक्त रहने का उपाय है कि आप हमेशा खुश रहे, सकारात्मक सोच रखें, नकारात्मक विचारों को अपने पास भटकने भी ना दें और किसी की बात को हृदय से ना लगाएं और अपनी दिनचर्या को खुश रहते हुए खत्म करें.

Q. मानसिक तनाव के क्या कारण होते हैं?

A. मानसिक तनाव हमें एक नहीं कई कारणों से हो सकता है जब हमारी उम्मीद और इच्छाएं पूरी नहीं होती हैं तो हमें उसके प्रति तनाव महसूस होने लगता हैं. मानसिक तनाव हमारी ही सोच का एक निराशा जनक प्रणाम होता है.

सारांश | summary in hindi

इस पूरे लेख को पढ़कर यही निष्कर्ष मिलता है कि हमें अपनी लाइफस्टाइल एक पॉजिटिव सोच के साथ हंसते-हंसते जीना चाहिए, कभी भी तनाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए.

तनाव से दूर रहने का बस एक ही उपाय है कि खुश रहिए और किसी भी बात को अपने हृदय से मत लगाइए. 

तनाव ग्रस्त मनुष्य डिप्रेशन का शिकार तो होता ही है और साथ में वह कई बीमारियों से घिर जाता है.

"इंसान का सबसे बेहतरीन साथी उसकी सेहत है अगर उसका साथ छूट जाए तो वह हर रिश्ते के लिए बोझ बन जाता है."

धन्यवाद.

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