जीरा भारतीय मसाले के रूप में प्रसिद्ध है जिसका उपयोग सभी प्रकार के व्यंजनों को बनाने में और स्वाद बढ़ाने में करते आ रहे हैं.
लेकिन क्या आपको पता है कि जीरे का उपयोग स्वाद बढ़ाने के अलावा सदियों से स्वास्थ्य की देखभाल के लिए प्राकृतिक औषधि के रूप में उपयोग करते आ रहे हैं.
इसलिए इस आर्टिकल के द्वारा जानने की कोशिश करेंगे कि जीरा खाने के फायदे और नुकसान, भुना हुआ जीरा खाने के फायदे, जीरा की तासीर, जीरा के घरेलू उपयोग के बारे में?
जीरे की ORAC वैल्यू 50372 per 100 gm होती है. ORAC (oxygen radical absorbance capacity) का मतलब ऑक्सीजन रेडिकल अवशोषण क्षमता है. यह किसी भी खाद्य पदार्थ की कुल एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को मापने का पैमाना है. जीरे की ORAC वैल्यू अधिक होने से इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा पाई जाती है.
जीरा एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व होने के अलावा और भी कई तरह के विटामिन का भंडार है जैसे कि
ऊर्जा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, कॉपर, विटामिन C, विटामिन E, विटामिन K और भी कई पोषक तत्व होते हैं जो सेहत को स्वस्थ बनाते हैं.
जीरा क्या है | What is cumin in hindi
- जीरे का वानस्पतिक नाम क्यूमिनम सायमिनम है.
- जीरा का कुल – एपिएसी.
- जीरा गरम प्रकृति वाला मसाला है.
- जीरा तीन प्रकार का होता है काला जीरा, सफ़ेद जीरा जंगली जीरा.
- जीरे का सबसे जयादा उत्पादन भारत मे राजस्थान मे होता है.
- जीरा का पौधा एक 1-3 फुट ऊंचा, फल लंबे छोटे सफेद कत्थई रंग के होते हैं.
अन्य भाषाओं में जीरा के नाम – Cumin Seeds name in other languages
भाषा (Language) | अर्थ (meaning) |
---|---|
हिंदी (Hindi) | जीरा, सफेद जीरा, साधारण जीरा |
उर्दू (Urdu) | जीराह (Jirah) |
अंग्रेजी (English) | क्यूमिन (Cumin) |
बंगाली (Bengali) | जीरे (Jere), सादा जीरे (Sada jere) |
गुजराती ( Gujarati) | जीरू (Jeenru) |
नेपाली (Nepali) | जीरा (Jira) |
मराठी (Marathi) | जिर्रे (Jirre) |
जीरा खाने के बेहतरीन फायदे | Benefits of cumin in hindi
जीरे का उपयोग कैसे करना है यह लेख मे आगे बताया है? आइए जानते हैं जीरा खाने के फायदे क्या है?
1. पाचन क्रिया के लिए जीरे के फायदे
जैसे की खट्टी डकार आना, भोजन का ना पचना, गैस बनना, मरोड़ आदि. इन सारी समस्याओं को कम करने के लिए जीरे का इस्तेमाल एक औषधि के रूप में कर सकते हैं.
आयुर्वेद में भी जीरे का इस्तेमाल पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के लिए सदियों से किया जा रहा है और अभी भी आयुर्वेदिक दवाइयों में जीरे का पाउडर इस्तेमाल किया जा रहा है.
हर 100 ग्राम जीरे मे 10.5 g फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रिया को दुरस्त करने मे उपयोगी है.
यदि स्वस्थ रहना है और बाहरी संक्रमण से संक्रमित होने से बचना है तो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना होगा.
आपके शरीर की जितनी इम्युनिटी मजबूत होगी उतना ही आप बाहरी बीमारियों के संक्रमण या इंफेक्शन से बचे रहेंगे.
जीरा एक ऐसी औषधि है कि इसका इस्तेमाल इम्युनिटी बढ़ाने में कर सकते हैं, क्योंकि इसके अंदर विटामिन C (7.7 mg), एंटीऑक्सीडेंट गुण और आयरन (66.36 mg) भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी तत्व है.
2. इम्युनिटी बढ़ाने में जीरे के फायदे
यदि स्वस्थ रहना है और बाहरी संक्रमण से संक्रमित होने से बचना है तो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना होगा.
आपके शरीर की जितनी इम्युनिटी मजबूत होगी उतना ही आप बाहरी बीमारियों के संक्रमण या इंफेक्शन से बचे रहेंगे.
जीरा एक ऐसी औषधि है कि इसका इस्तेमाल इम्युनिटी बढ़ाने में कर सकते हैं, क्योंकि इसके अंदर विटामिन C (7.7 mg), एंटीऑक्सीडेंट गुण और आयरन (66.36 mg) भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी तत्व है.
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए जीरे के पानी का सेवन कर सकते हैं.
3. जीरे का उपयोग वजन घटाने के लिए
आप विश्वास मानिए जीरा एक ऐसी औषधि है जो आपके वजन या मोटापे को काफी हद तक कम कर सकती है.
कई अध्ययनों से यह ज्ञात हुआ है कि 3 हफ्ते तक यदि हम जीरे के पानी का सेवन खाली पेट करते हैं तो यह हमारे वजन को बड़ी तीव्र गति से कम कर सकता है.
साथ ही यह पाचन शक्ति और चयापचय क्रियाओं को भी उत्तेजित करता है जिससे भूख कम लगती है और वजन नियंत्रण रहता है.
4. एनीमिया बीमारी में जीरे के फायदे
एनीमिया का सबसे बड़ा कारण होता है कि जब शरीर में लौह तत्व की कमी हो जाती है. इसी कमी को पूरा करने के लिए जीरा या जीरे के पाउडर का सेवन कर सकते हैं.
100 ग्राम जीरे के अंदर 66.36 mg आयरन की मात्रा और 375 कैलोरी ऊर्जा होती है. जो शरीर को ऊर्जा और आयरन प्रदान करते है जिस कारण एनीमिया जैसी बड़ी बीमारी के शिकार होने से बच जाते हैं.
5. पेट दर्द के लिए
जीरे के अंदर दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं.
6. मासिक धर्म में जीरे के गुण
क्योंकि जीरे के अंदर दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं जो मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को कम कर सकते है.
7. जीरे का उपयोग त्वचा के लिए
100 ग्राम जीरे के अंदर 3.3 mg विटामिन E और 7.7 mg विटामिन C पाया जाता है जो त्वचा की देखभाल के लिए जरूरी पोषक तत्व होते हैं.
त्वचा की देखभाल, जवान दिखने के लिए, कील-मुंहासे, झुर्रियां आदि इन सब से छुटकारा पाने के लिए विटामिन E पोषक तत्व की जरूरत होती है.
कई अध्ययनों से यह ज्ञात हुआ है कि विटामिन E और C के अंदर पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण धूप, त्वचा के कैंसर, एंटी-फंगल और एंटी- बैक्टीरियल संक्रमण से भी बचाए रखते हैं.
इसलिए त्वचा को हमेशा जवां बनाए रखने के लिए जीरे के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं.
8. स्ट्रेस से रखें दूर
कई अध्ययनों से यह ज्ञात हुआ है कि जीरा तनाव को कम करने और तनाव प्रतिक्रियाओं को कम करने में मदद करता है.
9. जीरे के फायदे बालों के लिए
बालों में डैंड्रफ होना एक आम समस्या है, जिसको खत्म करने के लिए एंटी-फंगल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्वों की जरूरत होती है जो जीरे के अंदर पाए जाते हैं.
100 gm जीरे के अंदर 3.3 mg विटामिन ई पाया जाता है जो बालों की देखभाल के लिए उपयोगी हैं.
10. डायबिटीज में जीरे के फायदे
क्योंकि बहुत से अध्ययनों से यह ज्ञात हुआ है कि जीरे के अंदर एंटी डायबिटिक (anti-diabetic) गुण पाए जाते हैं जो शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रण करते हैं और मधुमेह जैसी बीमारियों में को कम करने में मदद कर सकते हैं.
जीरे के घरेलू उपाय | Cumin home remedies in hindi
▸ मुंह में बदबू आने पर जीरे को भूनकर खाने से मुंह की बदबू दूर हो जाती है.▸ दो चम्मच जीरा एक कप पानी में रात को भिगोकर रख दें और सुबह उसे छानकर पी लें. इसे पीने से शरीर में शक्ति वर्धक यानी कि शरीर की ताकत बढ़ती है.
▸ जीरे को बारीक पीसकर सुरमे की तरह आंखों में लगाने से नेत्र रोग दूर हो जाते हैं.
▸ 10 ग्राम पिसा हुआ जीरा एक कप पानी में भिगोकर रख दें. सुबह के समय उस पानी में मिश्री मिलाकर नित्य हर रोज पीने से हृदय रोग में लाभदायक होता है.
▸ एक चम्मच जीरा और एक चम्मच सौंफ पीसकर आधा चम्मच शहद में मिलाकर खाने से खांसी ठीक हो जाती है.
▸ जीरा और मिश्री समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच तीन बार ठंडे पानी के साथ फंकी लें तथा जीरा पानी में पीसकर गुदा पर लेप लगाएं इससे बवासीर की सूजन और दर्द में लाभ होता है.
▸ जीरा बारीक पीसकर घी में गर्म करके मस्सों पर लगाएं इसे लगाने पर बवासीर से होने वाले मस्सों के दर्द में आराम मिलता है.
▸ एक चम्मच जीरा एक कप पानी में उबालें अच्छी तरह उबलने के बाद छानकर इस पानी को पी ले इससे हमारे शरीर का तापमान कम होगा. बुखार आने पर एक चम्मच भर जीरे को गुड़ के साथ रोज तीन बार लेने से बुखार भी कम हो जाता है.
▸ जीरा का सेवन हमारी याददाश्त के लिए काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि जीरे के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो याददाश्त को बढ़ाने में मदद करते हैं.
▸ जीरे के अंदर कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद होता है.
▸ एक चम्मच जीरा एक कप पानी में भिगोकर रख दें सुबह के समय उस पानी को छानकर उसमें थोड़ा-सा नींबू का रस मिलाएं और इसे पी ले. हर रोज ऐसा करने से वजन बहुत तेजी से घटता है और शरीर का मेटाबॉलिज्म स्तर भी नियंत्रण रहता है.
▸7 ग्राम काले जीरे को आधा लीटर पानी में मिला दें और इस पानी को उबालकर इसका काढ़ा बना लें. जब इस पानी का काढ़ा बन जाए तो इससे अपनी आंखों को धोएं इससे आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
जीरा के पोषक तत्वों की मात्रा – (Cumin Nutrient Value Per 100 g in hindi)
पोषक तत्व (Nutrients) | मात्रा (The quantity) | अनुशंसित आहार भत्ता (Recommended Dieatry Allowance - The estimated amount of a nutrient per day for good health) |
---|---|---|
ऊर्जा (Energy) | 375 Kcal | 19 % |
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) | 44.24 g | 34 % |
प्रोटीन (Protein) | 17.8 g | 32 % |
टोटल फैट (Total fat) | 22.27 g | 74 % |
कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) | 0 mg | 0 % |
फाइबर (Dietary Fiber) | 10.5 g | 26 % |
फोलटेस (Folates) | 10 µg | 2.5 % |
नियासिन (Niacin) | 4.58 mg | 28.5 % |
पाइरिडोक्सिन (pyridoxine) | 0.435 mg | 33 % |
राइबोफ्लेविन (Riboflavin) | 0.32 mg | 24.5 % |
थायमिन (Thiamin) | 0.628 mg | 52 % |
विटामिन (Vitamin A) | 1270 IU | 42 % |
विटामिन (Vitamin C) | 7.7 mg | 13 % |
विटामिन (Vitamin E) | 3.3 mg | 22 % |
विटामिन (Vitamin k) | 5.4 µg | 4.5 % |
सोडियम (Sodium) | 1788 mg | 38 % |
पोटेशियम (Potassium) | 68 mg | 11 % |
आयरन (Iron) | 66.36 mg | 829 % |
मैग्नीशियम (Megnesium) | 366 mg | 91 % |
मैग्नीज (Manganese) | 3.3 mg | 145 % |
जिंक (Zinc) | 4.8 mg | 43.5 % |
कैल्शियम (Calcium) | 931 mg | 93 % |
कॉपर (Copper) | 0.867 mg | 96 % |
भुना जीरा खाने के फायदे | Benefits of roasted cumin in hindi
जैसा कि पहले पढ़ चुके हैं कि जीरा के अंदर बहुत से ऐसे पोषक तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो सेहत को सेहतमंद रखने के लिए जरूरी होते हैं.
वह कहावत तो आपने सुनी ही होगी जो खाए जीरा वह बनेगा हीरा.
एक चम्मच जीरा को भूनकर यदि हम सुबह खाली पेट पानी के साथ का सेवन करते हैं या रात में खाना खाने के बाद एक चम्मच जीरा चबाने के बाद पानी पिए तो इससे स्वास्थ्य को कई लाभ (जीरा के लाभ) होते हैं.
एक हफ्ते में 1-2 बार भुने जीरे का सेवन जरूर करना चाहिए इससे धीरे-धीरे अपने आप को स्वस्थ महसूस करने लगेंगे.
जीरा पानी बनाने का तरीका | How to make cumin water in hindi
- एक बर्तन में दो चम्मच जीरा और पानी मिला लें.
- फिर इसे हल्की आंच पर 5 से 8 मिनट तक गर्म करें.
- जैसे ही पानी हल्का पीला होने लगे आंच को बंद कर दें.
- फिर इस पानी को छान कर ठंडा होने पर आप इसे पी सकते हैं.
- दूसरा तरीका 1 या 2 चम्मच जीरा रात भर पानी में भिगोकर रख दें.
- और सुबह उस पानी को छानकर आप पी सकते है.
वजन कम करने के लिए जीरा पानी के फायदे | Benefits for lose weight in hindi
एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा रात में भिगोकर रख दें और सुबह उस पानी को छान लें, उसमें थोड़ा शहद और नींबू मिलाकर आप इस पानी को पी सकते हैं.यह पानी आपकी बॉडी के लिए एक एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, क्योंकि जीरे के अंदर आयरन, विटामिन C, एंटीऑक्सीडेंट और बहुत से ऐसे तत्व होते हैं जो पाचन क्रिया दुरुस्त करते हैं और मेटाबोलिज्म के स्तर को बढ़ाते हैं.
जीरा की तासीर | jeera ki taseer in hindi
जैसा कि लेख में पड़ चुके हैं कि जीरा का उपयोग व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए तो करते ही हैं लेकिन जीरे का उपयोग औषधीय जड़ी बूटी के रूप में भी करते आ रहे हैं.
किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले उसकी तासीर के बारे में पता होना चाहिए, जीरे की तासीर ठंडी होती है या गर्म.
जीरे की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका उपयोग अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए.
जीरे के नुकसान | Side effects of Cumin in hindi
हर चीज के अपने फायदे भी होते हैं और नुकसान भी. आइए जानते हैं जीरे के अधिक मात्रा के सेवन से शरीर को क्या नुकसान हो सकते हैं?1. जीरे की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए और गर्भवती महिलाओं को भी जीरे का सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए.
2. यदि हम जीरे के पानी का सेवन कर रहे हैं तो हमारे शरीर या त्वचा को किसी भी प्रकार की एलर्जी महसूस होती है तो हमें इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
3. जीरे का अधिक मात्रा में सेवन करने से स्वसन समस्याएं और कैंसर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
4. जीरा का अधिक मात्रा में सेवन करने से पाचन संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं.
पूछे जाने वाले प्रश्न | FAQ
Q1. जीरे की तासीर कैसी होती है?A. जीरे की तासीर गर्म प्रकृति की होती है.
Q2. क्या जीरे का पानी हमारे वजन को कम कर सकता है?
A. जी हां यदि हम सुबह-शाम जीरे के पानी का सेवन करते हैं तो यह हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म स्तर को बढ़ाता है और हमारे मोटापे को धीरे कम करता है.
Q3. जीरा के आयुर्वेदिक फायदे क्या है?
A. जीरा के सेवन से हमारे शरीर को कई फायदे होते हैं जैसे कि वजन कम करने में,पाचन क्रिया, सर्दी- बुखार, बढ़ाने में, पेट दर्द, मासिक धर्म, इम्यूनिटी और डायबिटीज आदि.
Q4. जीरा पानी कैसे बनाते हैं?
A. एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा रात में भिगोकर रख दें और सुबह उस पानी को छान लें और उसमें थोड़ा शहद और नींबू मिलाकर आप उस पानी को पी सकते हैं.
आखिरी शब्द | Last word
हमें अपने व्यस्त जीवन में कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उपाय अपनाने होते हैं जिससे शरीर को अतिरिक्त पोषक तत्व मिलते रहे और बॉडी डीटॉक्सिफाई होती रहे या विषैले तत्व शरीर से बाहर निकलते रहे.
जीरा के फायदे बहुत हैं और नुकसान कम बस इसका सही मात्रा में सेवन करें और अपने आप को स्वस्थ रखें.
धन्यवाद.