आज के समय में कोरोना वायरस कोविड-19 (COVID-19) से हर कोई वाकिफ है चाहे वह है पुरुष, महिला हो या बच्चे.
कोरोना वायरस का कहर पूरे विश्व में छाया हुआ है. पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था, वायु सेवाएं, रेल सेवाएं, स्वास्थ्य सेवाएं हर एक चीज जैसे कि रुक गई हो.
बस हर कोई अपने घरों में कैद है कि इसी प्रकार हम इस खतरनाक वायरस से अपने आप को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें.
विश्व के बड़े-बड़े देश अमेरिका, फ्रांस, इटली, जापान जैसे देश भी कोरोना वायरस (COVID-19) की चपेट में आ रहे हैं.
विश्व के बड़े-बड़े देश अमेरिका, फ्रांस, इटली, जापान जैसे देश भी कोरोना वायरस (COVID-19) की चपेट में आ रहे हैं.
इन देशों की स्वास्थ्य सेवाएं विश्व की नंबर वन (one) स्वास्थ्य सेवाएं थी फिर भी दिन प्रतिदिन इन देशों में लोगों की मृत्यु की संख्या का ग्राफ बढ़ता जा रहा है.
कोरोना वायरस, वायरस के परिवार का ही सदस्य और कई प्रकार की विषाणु या वायरस का एक समूह होता है. कोरोना वायरस एक ऐसा संक्रमण वायरस है जो मनुष्य या जानवर किसी को भी संक्रमित कर सकता है. कोरोना एक लेटिन शब्द होता है.
कोरोना का मतलब मुकुट होता है वह इसलिए क्योंकि इस वायरस के ऊपर छोटे-छोटे कील या कांटे मुकुट जैसे आकार के दिखाई देते हैं. कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण एक तरह के वायरल संक्रमण या वायरल इनफेक्शन होते हैं.
कोरोना वायरस से संक्रमित मनुष्य के अंदर यह बड़ी तीव्र गति से फैलता है और यह मुख्य रूप से हमारे स्वसन तंत्र (गले) को प्रभावित करता है.
कोरोना वायरस कोविड-19 (COVID-19) क्या है? – What is the corona virus covid-19 in hindi?
कोरोना का मतलब मुकुट होता है वह इसलिए क्योंकि इस वायरस के ऊपर छोटे-छोटे कील या कांटे मुकुट जैसे आकार के दिखाई देते हैं. कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण एक तरह के वायरल संक्रमण या वायरल इनफेक्शन होते हैं.
कोरोना वायरस से संक्रमित मनुष्य के अंदर यह बड़ी तीव्र गति से फैलता है और यह मुख्य रूप से हमारे स्वसन तंत्र (गले) को प्रभावित करता है.
जिससे स्वसन तंत्र सिंड्रोम और गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम संक्रमण दिखाई देने लगते हैं, उसके बाद सर्दी, जुखाम जैसे लक्षण भी दिखने लगते हैं.
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सूखी खासी आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं. कोरोना वायरस के फैलने का कारण कोरोनावायरस कोविड-19 ही है.
कोरोना वायरस के उत्पन्न होने की स्थिति को लेकर अभी भी चीनी प्रशासन, विशेषज्ञों और कई देशों के वैज्ञानिक के बीच मतभेद बना हुआ है.
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को बुखार, सांस लेने में तकलीफ, सूखी खासी आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं. कोरोना वायरस के फैलने का कारण कोरोनावायरस कोविड-19 ही है.
कहां से और कैसे आया यह वायरस? – Where and how did this virus come from in hindi?
बीबीसी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस से प्रभावित होने वाला पहला मरीज दिसंबर 2019 को मिला था.
यह मरीज चीन में मछली बाजार के पास में रहता था. उसी समय अस्पताल में भर्ती हुए 41 मरीजों के सैंपल में 27 लोग ऐसे पाए गए जो मछली बाजार के संपर्क में आए थे.
यह मरीज चीन में मछली बाजार के पास में रहता था. उसी समय अस्पताल में भर्ती हुए 41 मरीजों के सैंपल में 27 लोग ऐसे पाए गए जो मछली बाजार के संपर्क में आए थे.
वही डब्ल्यूएचओ (WHO) विश्व स्वास्थ संगठन का कहना है की यह संक्रमण या वायरस किसी जहरीले जानवर के द्वारा ही इंसानों में आया है.
जिसमें चमगादड़, सांप की संभावना ज्यादा है. लेकिन इस वायरस की उत्पत्ति का अभी भी सही से पता नहीं चल पा रहा है कि यह कहां से और कैसे आया है.
जिसमें चमगादड़, सांप की संभावना ज्यादा है. लेकिन इस वायरस की उत्पत्ति का अभी भी सही से पता नहीं चल पा रहा है कि यह कहां से और कैसे आया है.
कोरोना वायरस चीन में वुहान शहर के उस बाजार से संबंधित है जहां करीब 110 किस्म के जानवरों के मांस का व्यापार लेन-देन होता है.
जिसमें बहुत से जहरीले जानवर ऊंट, चमगादड़, सांप, मेंढक, मछलियां और भी कई जहरीले जानवर शामिल थे.
जिसमें बहुत से जहरीले जानवर ऊंट, चमगादड़, सांप, मेंढक, मछलियां और भी कई जहरीले जानवर शामिल थे.
कई लोगों का मतभेद है कि यह वायरस सड़े गले मांस की वजह से पहले सांप में दाखिल हुआ और ऐसे ही सांप को खाने की वजह से यह इंसान के अंदर पहुंच गया.
कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध मामला दिसंबर में ही देखा गया लेकिन चीन की सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिससे कई कई लोग संक्रमित हो गए और काफी लोगों की मृत्यु भी हो चुकी थी.
कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध मामला दिसंबर में ही देखा गया लेकिन चीन की सरकार ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिससे कई कई लोग संक्रमित हो गए और काफी लोगों की मृत्यु भी हो चुकी थी.
जनवरी में कोरोना वायरस को लेकर चीन सरकार ने पहला बयान जारी किया था.
पेशेंट जीरो का मतलब होता है कि किसी बीमारी और वायरस संक्रमण से संक्रमित होने वाला वह पहला व्यक्ति जो दुनिया में अकेला है.
पेशेंट जीरो का मतलब होता है कि किसी बीमारी और वायरस संक्रमण से संक्रमित होने वाला वह पहला व्यक्ति जो दुनिया में अकेला है.
कोरोना वायरस के केस में अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस वायरस से संक्रमित होने वाला पहला व्यक्ति कौन था.
जैसा कि कोरोनावायरस कि संक्रमण कहां से और किससे फैला कई रिपोर्टों में कहा जाता है, कि यह वायरस सांप के द्वारा ही मनुष्य के शरीर में आया.
जैसा कि कोरोनावायरस कि संक्रमण कहां से और किससे फैला कई रिपोर्टों में कहा जाता है, कि यह वायरस सांप के द्वारा ही मनुष्य के शरीर में आया.
अब कोरोना वायरस के जांच पड़ताल करने के बाद यह पता चला कि इस वायरस के अंदर पाए जाने वाले जेनेटिक सिक्वेंस चमगादड़ के करीब दिखते हैं.
चीन के वुहान शहर से फैलने वाला यह वायरस चमगादड़ की वजह से ही फैला है. इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने चमगादड़ से होने वाले इस कोरोनावायरस के कहर के बारे में 1 साल पहले ही रिपोर्ट में बताया था.
चीन के वुहान शहर से फैलने वाला यह वायरस चमगादड़ की वजह से ही फैला है. इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने चमगादड़ से होने वाले इस कोरोनावायरस के कहर के बारे में 1 साल पहले ही रिपोर्ट में बताया था.
वैज्ञानिक लोग इस चीज से रूबरू नहीं थे यह वायरस कब और कहां से पैदा होगा, लेकिन यह तो पता चलता ही है कि यह खतरनाक वायरस चीन के वुहान शहर से ही आया है.
उम्र के हिसाब से संक्रमित करता है कोरोना वायरस – Corona virus infects according to age in hindi
कोरोना वायरस पूरे विश्व में इटली, स्पेन, अमेरिका, भारत, चीन, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, ईरान में कहर बनकर बरस रहा है.
कोरोना वायरस से प्रभावित संक्रमित लोगों की सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई है धीरे-धीरे अमेरिका में भी दिन-प्रतिदिन वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है.
दुनिया भर में कोरोना वायरस से प्रभावित सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चों के अलावा डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट, किडनी के मरीजों पर पड़ रहा है. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में 16.69 फ़ीसदी 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं.
किडनी रोग में कोरोना वायरस घातक साबित हो रहा है यह मरीज पहले से ही डायलिसिस पर होते हैं इसलिए उन्हें बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है.
दुनिया भर में कोरोना वायरस से प्रभावित सबसे ज्यादा बुजुर्ग और बच्चों के अलावा डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट, किडनी के मरीजों पर पड़ रहा है. देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में 16.69 फ़ीसदी 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं.
किडनी रोग में कोरोना वायरस घातक साबित हो रहा है यह मरीज पहले से ही डायलिसिस पर होते हैं इसलिए उन्हें बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है.
जो लोग किडनी के मरीज हैं उन्हें जुखाम, बुखार, गले में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, बदन दर्द होने की शिकायत होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
मधुमेह, डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट के रोगियों को सबसे ज्यादा सावधानी रखने की आवश्यकता है.
मधुमेह, डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट के रोगियों को सबसे ज्यादा सावधानी रखने की आवश्यकता है.
जिन मरीजों की हार्ट सर्जरी हो चुकी है उन्हें अपने घर में ही रहकर अपना ध्यान रखना है और किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर वह अपने डॉक्टर से वीडियो कॉल पर संपर्क करें.
कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों पर अध्ययन करके चीन के वैज्ञानिकों ने यह रिपोर्ट दी है कि 65 वर्ष या उससे उसके आसपास की उम्र के मरीजों के लिए कोरोनावायरस खतरनाक साबित होता है. चीन में भी कोरोनावायरस से प्रभावित जितने लोगों की मृत्यु हुई है.
उसमें भी हार्ट डिजीज, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, और कैंसर जैसे मरीजों की संख्या ज्यादा थी और 219% ऐसे लोगों की मृत्यु हुई है जिनकी उम्र 65 साल से ऊपर थी.
कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों पर अध्ययन करके चीन के वैज्ञानिकों ने यह रिपोर्ट दी है कि 65 वर्ष या उससे उसके आसपास की उम्र के मरीजों के लिए कोरोनावायरस खतरनाक साबित होता है. चीन में भी कोरोनावायरस से प्रभावित जितने लोगों की मृत्यु हुई है.
उसमें भी हार्ट डिजीज, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, और कैंसर जैसे मरीजों की संख्या ज्यादा थी और 219% ऐसे लोगों की मृत्यु हुई है जिनकी उम्र 65 साल से ऊपर थी.
कोरोना वायरस से बच्चे और बुजुर्ग इसलिए जल्दी संक्रमित हो जाते हैं क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम यानी की प्रतिरक्षा क्षमता कम होती है.
उनमें किसी भी बीमारी से लड़ने की क्षमता युवा व्यक्ति की तुलना में बहुत कम होती है इसलिए कोई भी छोटा सा इन्फेक्शन या वायरल जल्द ही संक्रमित कर देता है.
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHI) के अनुसार धूम्रपान करने वालों के लिए कोरोना वायरस 14 गुना अधिक खतरनाक होता है.
उनमें किसी भी बीमारी से लड़ने की क्षमता युवा व्यक्ति की तुलना में बहुत कम होती है इसलिए कोई भी छोटा सा इन्फेक्शन या वायरल जल्द ही संक्रमित कर देता है.
धूम्रपान करने वालों के लिए भी खतरनाक है कोरोना वायरस – Corona virus is dangerous for smokers in hindi
यह वायरस सबसे ज्यादा हमारी श्वास नलिका को और फेफड़ों को प्रभावित करता है. धूम्रपान से भी हमारे फेफड़े और हमें सांस लेने में तकलीफ होती है.
इसलिए हम कोरोना वायरस की चपेट में बहुत जल्दी आ सकते हैं. धूम्रपान अगर छोड़ दिया जाए तो व्यक्ति की सांस लेने की गति और खून के संचार में सुधार होता है.
इसलिए हम कोरोना वायरस की चपेट में बहुत जल्दी आ सकते हैं. धूम्रपान अगर छोड़ दिया जाए तो व्यक्ति की सांस लेने की गति और खून के संचार में सुधार होता है.
तंबाकू खाने से और खुले में थूकने से भी कोरोना वायरस के फैलने का खतरा अधिक होता है.
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में पुरुषों की संख्या महिलाओं की संख्या की तुलना में अधिक है. एक रिपोर्ट के अनुसार चीन के 50 फ़ीसदी पुरुष धूम्रपान करते हैं जबकि महिलाओं की यह दर केवल 2 फ़ीसदी है.
इस पूरी पोस्ट को पढ़कर हमें यह निष्कर्ष मिलता है की कोरोना वायरस कहां से और कैसे आया, कोरोना वायरस क्या है और किस उम्र के लोगों को कोरोना वायरस अधिक संक्रमित कर सकता है.
चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में पुरुषों की संख्या महिलाओं की संख्या की तुलना में अधिक है. एक रिपोर्ट के अनुसार चीन के 50 फ़ीसदी पुरुष धूम्रपान करते हैं जबकि महिलाओं की यह दर केवल 2 फ़ीसदी है.
निष्कर्ष – The conclusion in hindi
जो मरीज हार्ट अटैक, हाइपरटेंशन, कैंसर, किडनी जैसी बीमारियों से ग्रस्त हैं उनके लिए कोरोना वायरस बहुत अधिक खतरनाक साबित हुआ है.
इसलिए कोरोना वायरस से बचने से के लिए पूरी सावधानियां बरतिए और अपने आप को और अपने परिवार को इस महामारी से बचाए रखिए.