हम इस लेख में बताने जा रहे हैं की लहसुन (Garlic) के हमारी सेहत के लिए क्या चमत्कारी और सेहतमंद फायदे होते हैं, इसे हम किस तरह घरेलू उपायों की तरह उपयोग कर सकते हैं, इसमें पोषक तत्वों की क्या मात्रा होती है और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं.
यह तो सभी जानते हैं कि हम लहसुन का उपयोग सब्जियों का स्वाद बढ़ाने के लिए करते हैं लेकिन लहसुन एक प्राचीन औषधि के रूप में भी जाना जाता है.
क्योंकि इसका उपयोग आयुर्वेदिक काल से आयुर्वेदिक चिकित्सक अपनी दवाइयों को बनाने के लिए और जड़ी बूटी के रूप में प्रयोग करते आ रहे हैं.
लहसुन के अंदर एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल यह सभी गुण पाए जाते हैं जो हमारे सेहत को सेहतमंद रखने के लिए बहुत जरूरी होते हैं.
इसीलिए हमें लहसुन का सेवन जरूर करना चाहिए. लहसुन में रसायनिक तौर पर एलीसिन नामक सल्फर योगिक होता है और इसके अंदर प्रोटीन, एंजाइम, विटामिन C आदि पदार्थ भी पाए जाते हैं.
आइए जानते हैं लहसुन के बारे में विस्तार से.
लहसुन से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण तथ्य – (Some important facts related to the garlic in hindi)
- लहसुन की तासीर गर्म होती है.
- वानस्पतिक नाम – एलियम सैटिवुम एल हैं.
- लहसुन का कुल – प्याज (एलिएसी) हैं.
- विश्व में सबसे ज्यादा लहसुन का उत्पादन चीन के बाद भारत का है यानि कि भारत का उत्पादन की दृष्टि से दूसरा स्थान है.
- लहसुन के अंदर एक सल्फर योगिक एलीसिन होता है जो लहसुन की स्वाद और गंध के लिए उत्तरदाई होता है. लहसुन की खेती ज्यादातर मध्य एशिया मैं होती थी लेकिन अब पूरे विश्व में लहसुन की खेती होती है भारत, चीन, और ईरान, तिब्बत और इजराइल आदि.
- लहसुन के अन्य भाषाओं में नाम जैसे कि संस्कृत – लसहुना, हिंदी - लशुन ,लेसन ,लहसुन, गुजराती – लशन, पंजाबी- लस्सन, उर्दू – लस्सन.
- लहसुन के अंदर 6 स्वादों का वर्णन है जिसमें कि हमें इसके अंदर केवल 5 स्वाद ही मिलते हैं जैसे कि तीखा, नमकीन, मीठा, कड़वा, और कसैला स्वाद लेकिन इसके अंदर खट्टा स्वाद नहीं मिलता है.
- लहसुन को हम प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में भी जानते हैं.
लहसुन के स्वास्थ्यवर्धक फायदे – (Healthy benefits of garlic in hindi)
लहसुन प्राचीन समय से ही एक रामबाण औषधि की तरह उपयोग किया जा रहा है क्योंकि इसके अंदर बहुत से ऐसे तत्व होते हैं जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी है. लहसुन के हमारी सेहत के लिए बहुत सारे अचूक फायदे हैं जो हम विस्तार में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं लहसुन के स्वास्थ्यवर्धक फायदे के बारे में.1. प्रतिरक्षा प्रणाली को करें मजबूत – (Strengthen the immune system in hindi)
क्योंकि लहसुन के अंदर एंटीबायोटिक, एंटीसेप्टिक, और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आपकी अंदरूनी शक्ति को बढ़ाते हैं और आपके शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं. लहसुन (Garlic) के अंदर विटामिन C, विटामिन B और भी खनिज तत्व होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाते हैं.
2. बचाए सर्दी-जुखाम से – (Saved from cold and cough in hindi)
लहसुन की तासीर गर्म होती है इसलिए आप इसे सर्दी में खा सकते हैं और लहसुन के अंदर एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों की भरमार होती है.
जो इन बीमारियों से लड़ने में हमारी अंदरूनी शक्ति को बढ़ाते हैं. लहसुन के सेवन से सर्दी, जुखाम, खांसी में फायदा तो होता ही है साथ में अस्थमा, निमोनिया, गठिया रोग इन सब के इलाज में भी हमें फायदा होता है.
3. खराब कोलेस्ट्रॉल की रोकथाम के लिए – (Bad cholesterol prevention In hindi)
गलत खानपान की वजह से हमें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे कि जब हमारे शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है.
तो हमारी कोशिकाओं के अंदर खून का संचार सही रूप से नहीं हो पाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल की की वजह से हमें हार्ट डिसीज, हाइपरटेंशन, हार्ट अटैक जैसी बीमारियां होने लगती है. यदि आप लहसुन का सेवन करते हैं तो यह आपके हृदय के लिए बहुत ही लाभदायक है.
क्योंकि लहसुन के अंदर एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो आपके कोशिकाओं के अंदर से खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते हैं और इसे आपके शरीर से बाहर निकालते हैं.
जिससे आपका हृदय स्वस्थ रहता है और हृदय संबंधी बीमारियां कम होती है. मानव शरीर के अंदर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 3.6-7.8 मिलीमोल्स प्रति लीटर के बीच होती है.
4. कवक रोगों से बचने के लिए – (To avoid fungal diseases in hindi)
फंगस भी कई प्रकार के होते हैं जैसे दाद, नाखून में फंगस होना, मुंह, त्वचा में. इंफेक्शन वाली जगह पर या जहां आपको फंगल हुआ है उस जगह आप लहसुन के तेल का, जेल या लहसुन के पेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
5. दांत दर्द में दे राहत – (Give relief in toothache in hindi)
जो आपकी मुंह के अंदर होने वाले खराब बैक्टीरियाओं की संख्या को कम करता है और उन्हें नियंत्रित करता है. दांत दर्द होने पर आप लहसुन का एक छोटा-सा टुकड़ा या उसकी कली को पीसकर दर्द वाली जगह पर लगा ले तो आपको बहुत आराम मिलेगा और आपकी नसों में होने वाली झनझनाहट भी कम होगी.
6. एलर्जी होने पर भी फायदेमंद – (Also beneficial is allergic in hindi)
जो हमारी इन एलर्जिक बीमारियों से रक्षा करते हैं और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं. कभी-कभी हमारी त्वचा पर छोटे-छोटे कीड़े काट लेते हैं और छोटी फुंसियां भी हो जाती हैं तब हमें उस स्थान पर खुजली और एलर्जी होने लगती है ऐसे में आप लहसुन के पेस्ट को लगा सकते हैं. इससे आपको काफी जल्दी आराम मिलेगा.
7. कान दर्द में भी राहत – (Ear pain relief in hindi)
हमें बहुत ही जल्द आराम मिलता है लहसुन के अंदर दर्द निवारक एंटीबैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण होते हैं जो कान में होने वाले संक्रमण रोगों से लड़ने में मदद करते हैं.
8. छाले या फोडो को ठीक करने में मददगार – (Help heal the blisters or Fodo in hindi)
लहसुन के अंदर एलीसिन नामक सल्फर योगिक होता है जो इन छाले या फोडो को ठीक करने में मदद करता है.
9. गठिया रोग में मददगार – (Helpful in arthritis in hindi)
जब हमारे हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा हो जाता है तो हमारे जोड़ों में या हमारे शरीर के किसी भी अंग में दर्द होने लगता है और धीरे-धीरे यह गठिया का रूप ले लेता है.
गठिया रोग में हमारे जोड़ों में सूजन आ जाती हैं, गांठ बन जाती हैं और हमें बहुत पीड़ा सहन करनी पड़ती है. गठिया रोग की समस्या को कम करने के लिए आप लहसुन का उपयोग कर सकते हैं.
लहसुन के अंदर एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, anti-inflammatory जैसे गुण होते हैं जो हमारे जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मददगार होते हैं. अगर आप लहसुन का नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आपको जरूर गठिया रोग में फायदा मिलेगा.
10. वजन या मोटापा करे कम – (Lose weight or obesity in hindi)
लहसुन के सेवन से हम अपने शरीर पर चढ़ी हुई अतिरिक्त चर्बी को धीरे-धीरे गला सकते हैं और अपना वजन भी कम कर सकते हैं.
क्योंकि लहसुन के अंदर anti-inflammatory, एंटीऑक्सीडेंट और भी कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो मोटापा कम करने के लिए उत्तरदाई होते हैं. आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म जितना कम रहेगा आपका वजन भी उतना ही कम होता चला जाएगा.
11. पेट की बीमारियां या पाचन तंत्र करें मजबूत – (Stomach diseases or digestive system strengthen in hindi)
आज के समय में पेट की समस्याएं जैसे डायरिया, अपच, कब्ज, खट्टी डकार आना यह सब आम समस्याएं बन गई हैं. यदि आप नियमित रूप से खाली पेट लहसुन का सेवन करते हैं तो यह आपके पाचन तंत्र की समस्याओं को धीरे-धीरे खत्म करता है. क्योंकि लहसुन के अंदर एंटी बैक्टीरिया और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पेट में होने वाले संक्रमण को खत्म करता है और हमारे आंतों की सफाई भी करता है .
यदि आप लहसुन की कलियों को पानी में मिलाकर उबालते हैं और उस पानी को पीते हैं तो आपकी कब्ज और डायरिया जैसी समस्याएं भी धीरे-धीरे खत्म होती हैं. लहसुन खाने से यह आपकी चयापचय गतिविधि को बढ़ाता है जिसके लिए न्यूरोट्रांसमीटर तत्व उत्तरदाई होता है जो लहसुन के अंदर पाया जाता है. पाचन तंत्र को सही करने के लिए लहसुन का उपयोग हम प्राचीन काल से ही एक रामबाण औषधि के रूप में प्रयोग कर रहे हैं.
12. डायबिटीज बीमारी में सहायक- (Helpful in diabetes in hindi)
डायबिटीज की बीमारी में हमारा ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है और इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती है. यदि आप लहसुन का सेवन करते हैं तो यह आपकी इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रण करता है और बढ़ाता भी है और आपके ग्लूकोस के स्तर को कम करता है .कई वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के अनुसार भी लहसुन डायबिटीज जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए बहुत सहायक होता है.
13. हाई ब्लड प्रेशर को करें नियंत्रण – (Control high blood pressure in hindi)
बहुत से डॉक्टर भी हाई ब्लड प्रेशर में लहसुन के खाने की सलाह देते हैं लेकिन यदि आप लहसुन की कली को ऐसे ही ना खाने की बजाय मुंह में रखकर चबाये तब आपको और ज्यादा फायदा होगा.
रिसर्च इंटरनेशनल मेडिसन जनरल ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए लहसुन बहुत अच्छी भूमिका निभाता है.
14. कैंसर को रोकने में मददगार – (Cancer help prevent in hindi)
एलीसिन तत्व कैंसर से बनने वाली कोशिकाओं को नष्ट करता है और उन्हें नियंत्रण भी करता है. लहसुन कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर में भी बहुत लाभदायक होता है.
15. स्ट्रेच मार्क को मिटाने में करें मदद – (Help erase stretch mark In hindi)
16. बालों की हर समस्याओं को करें दूर – (Remove all hair problems in hindi)
लहसुन के अंदर एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, anti-inflammatory तत्व होते हैं जो हमारे बालों से डैंड्रफ को मिटाते हैं और हमारे बालों के झड़ने की समस्याओं को भी कम करते हैं.
17. सेक्स हार्मोन बढ़ाने के लिए- (To increase sex hormone in hindi)
क्योंकि लहसुन के अंदर एलीसिन नामक सल्फर योगिक होता है जो आपके सेक्स हारमोंस को बढ़ाता है और उन्हें ठीक भी करता है. लहसुन की 2-3 कलियां चबाकर या इनको भूनकर रात में खाने से सेक्स पावर क्षमता बढ़ती है अधिक सेक्स के बावजूद भी थकावट महसूस नहीं होती है.
लहसुन के नियमित सेवन से स्वस्थ शुक्राणुओं की का उत्पादन बढ़ता है और आपकी स्पर्म क्वालिटी भी बढ़ती है.
लहसुन के घरेलू उपाय – (Home remedies for garlic in hindi)
1- लहसुन की 2-3 कच्ची कली चबाना आंखों के लिए बहुत ही अच्छा होता है और इससे हमारे आंखों के लेंस स्वच्छ रहते हैं.
2- 5 बूंद लहसुन का रस 1 चम्मच शहद में मिलाकर रोज दो बार चाटने से हमारी खांसी में बहुत आराम मिलता है.
लहसुन की चार कच्ची कली सिरका डालकर चटनी पीस कर रोज दो बार खाने से गला दर्द में बहुत ही जल्द आराम मिलता है.
3- एक कली लहसुन और दो कालीमिर्च पीसकर रोज दो बार सूंघने से फ्लू के कीटाणु भी मर जाते हैं और फ्लू की बीमारी जल्दी से ठीक होती हैं.
4- टीवी के रोगियों को 5 कच्ची कली लहसुन की भोजन के साथ जरूर सेवन करना चाहिए.
5- स्वस्थ रहने के लिए और शरीर से हर प्रकार का रोग दूर करने के लिए आप लहसुन की 2 कली के छोटे-छोटे टुकड़े करके रोजाना इसे सुबह खाली पेट पानी से पी जाएं. यह लहसुन के सेवन करने की सबसे सरल और लाभदायक विधि है. इससे आपके पेट की सफाई भी होगी चेहरे की रौनक बढ़ेगी और भूख भी अच्छी लगेगी.
6- शहद और लहसुन के उपयोग से हमारी सेक्स पावर बढ़ती है, स्पर्म क्वालिटी भी बढ़ती है और आपके सेक्स हार्मोन भी विकसित होते हैं यदि आपको शारीरिक कमजोरी भी है तो भी आप शहद और लहसुन के उपयोग से अपनी कमजोरी को दूर कर सकते हैं.
7- दो कच्ची कलियों को चबाये और उसके आधे घंटे बाद मुलेठी पाउडर का सेवन करें इससे आपको दमा रोग में फायदा होगा.
8- 50 ग्राम लौकी और लहसुन की 10 कलियां का मिश्रण बनाकर इसे पानी में उबाल लें और जब तक उबालें जब तक पानी आधा ना हो जाए फिर इस मिश्रण से कुल्ला करें इससे आपके दातों के दर्द में आराम मिलेगा.
9- कुछ ऐसी सब्जियां होती हैं जिन्हें खाने से हमें बादी की समस्या और पेट में गैस बनने लगती है. इस समस्या को खत्म करने के लिए आप लहसुन का उपयोग कर सकते हैं. जिन सब्जियों से आपको पेट में गैस बनने की समस्या होती है उसमें अच्छी मात्रा में लहसुन मिलाकर आप उस सब्जी का सेवन कर सकते हैं.
लहसुन के पोषक तत्वों की मात्रा – (Garlic Nutrient Value Per 100 g in hindi)
According to the USDA National Nutrients Database
पोषक तत्व (Nutrients) | मात्रा (The quantity) | अनुशंसित आहार भत्ता (Recommended Dieatry Allowance - The estimated amount of a nutrient per day for good health) |
---|---|---|
ऊर्जा (Energy) | 149 Kcal | 7.5 % |
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) | 33.06 g | 25 % |
प्रोटीन (Protein) | 6.36 g | 11 % |
टोटल फैट (Total fat) | 0.5 g | 2 % |
कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) | 0 mg | 0 % |
फाइबर ( Dietary Fiber) | 2.1 g | 5.5 % |
फोलेट (Folates) | 3 µg | 1 % |
नियासिन (Niacin) | 0.700 mg | 4 % |
पैंटोथैनिक एसिड (pantothenic acid) | 0.596 mg | 12 % |
ख़तम (pyridoxine) | 1.235 mg | 95 % |
राइबोफ्लेविन (riboflavin) | 0.110 mg | 8 % |
विटामिन (Vitamin A) | 9 IU | 1 % |
विटामिन (Vitamin C) | 31.2 mg | 52 % |
विटामिन (Vitamin E) | 0.08 mg | 0.5 % |
विटामिन (Vitamin K) | 1.7 µg | 1.5 % |
सोडियम (Sodium) | 153 mg | 10 % |
पोटेशियम (Potassium) | 401 mg | 8.5 % |
कैल्शियम (Calcium) | 181 mg | 18 % |
कॉपर (Copper) | 0.299 mg | 33 % |
आयरन (Iron) | 1.70 mg | 21 % |
मैग्नीशियम (Megnesium) | 25 mg | 6 % |
फास्फोरस (Phosphorus) | 153 mg | 22 % |
जिंक (Zinc) | 1.160 mg | 10.5 % |
लहसुन के नुकसान – (Side effect of garlic in hindi)
लहसुन के सेवन से हमें बहुत सेहतमंद फायदे होते हैं अगर इसका सही मात्रा में सेवन करे. यह तो आप जानते ही हैं कि हर चीज के अपने फायदे और नुकसान होते हैं लेकिन किसी भी चीज का नुकसान तब होता है जब हम उसका अधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं या हमें उसके सेवन की जानकारी नहीं होती है.यदि आपको लगता है कि हमें इस चीज का सेवन करने से नुकसान हो सकता है या आपको उसके कुछ दुष्ट प्रभाव दिख रहे हैं, महसूस हो रहे हैं तो आप इसका इस्तेमाल ना करें और हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें आइए जानते हैं कि लहसुन के क्या नुकसान हो सकते हैं.
1- यदि आपकी पाचन क्रिया सही नहीं है आपका पेट खराब रहता है, गंदी सांस आती है, पेट फूलने की शिकायत रहती है तो आप हमेशा आयुर्वेद चिकित्सक या डॉक्टर की सलाह जरूर लें और इसका उपयोग बड़ी सावधानी से करें.
2- यदि आप खून को पतला करने वाली दवाइयों का उपयोग कर रहे हैं तो इसका उपयोग हमेशा डॉक्टर की सलाह लेने के बाद करें.
3- लहसुन के अंदर एलीसिन नामक तत्व होता है जिसकी अपनी ही गंध होती है इसलिए इसके सेवन से आपके शरीर व मुंह से दुर्गंध आ सकती है.
4- लहसुन एक एंटीबायोटिक, एंटीबैक्टीरियल, कैलशियम चैनल ब्लॉकर, एंटीप्लेटलेट की तरह काम करता है इसलिए यदि आप इन दवाइयों का उपयोग कर रहे हैं जिनमें यह सभी तत्व है तो आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
5- लहसुन की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों में कम करना चाहिए और धीरे-धीरे इसकी खुराक आप बढ़ा सकते हैं.
6- यदि आप अधिक मात्रा में लहसुन का सेवन करते हैं तो यह आपकी ब्लीडिंग प्रॉब्लम को बढ़ा सकता है इसलिए सेवन करते समय आप इसकी मात्रा पर जरूर ध्यान दें.
7- यदि आपको लहसुन के उपयोग से किसी प्रकार की एलर्जी हो रही है या पहले से आपको किसी प्रकार की एलर्जी है तो आप हमेशा लहसुन का सेवन डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करें.
8- यदि आप अपने लीवर की किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको लहसुन का सेवन करने से नुकसान हो सकता है.
9- लो ब्लड प्रेशर में हमेशा लहसुन का सेवन डॉक्टर की परामर्श के बाद भी करें.
10- यदि आपको एनीमिया या खून की कमी की समस्या है तो आप लहसुन का सेवन बड़ी सावधानी से करें या ना करें और हमेशा चिकित्सक की सलाह जरूर लें.
11- प्रेगनेंसी में कच्चे लहसुन ज्यादा का सेवन करने से नुकसान हो सकता है क्योंकि लहसुन की तासीर गर्म होती है और यह आपके शरीर में ज्यादा गर्मी उत्पन्न कर सकता है.
निष्कर्ष – (The conclusion in hindi)
हमने इस पूरी पोस्ट में यह बताया है कि लहसुन के हमारी सेहत के लिए क्या स्वास्थ्यवर्धक फायदे हैं इसका सेवन, उपयोग, कैसे हम घरेलू उपायों में इसका प्रयोग कर सकते हैं और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं.
इस पूरी पोस्ट से हमें यही निष्कर्ष मिलता है की लहसुन हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है और हमें इसका सेवन जरूर करना चाहिए.
प्राचीन समय से ही लहसुन को एक जड़ी बूटी के रूप में दवाइयों में उपयोग किया जा रहा है. लहसुन के अंदर एलीसिन, विटामिन C, एंजाइम, प्रोटीन, सल्फर बहुत से ऐसे तत्व होते हैं जो हमारी सेहत के लिए जरूरी होते हैं.
यदि आपको किसी प्रकार की एलर्जी या कोई बीमारी ना हो तो आप अवश्य लहसुन की एक या दो कच्ची कली सुबह छोटे-छोटे टुकड़े कर कर पानी से जरूर ले धन्यवाद.
पढ़िए..