क्योंकि हल्दी अपने आप में एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग बहुत सी आयुर्वेदिक,होम्योपैथिक दवाइयों में और जितने भी ब्यूटी प्रोडक्ट आते हैं उनमें भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है.
हल्दी की जो तासीर होती है वह गर्म होती है इसलिए खासकर हम हल्दी का उपयोग सर्दियों में करते हैं. आपने बहुत से लेख हल्दी के बारे में पड़े होंगे लेकिन मैं अपने इस लेख में हल्दी के बारे में जितनी भी जानकारी हो सकती है बताने जा रहा हूं.
वैसे तो हल्दी का उपयोग हम अपने खाना बनाने के लिए, खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए और हम जो भोजन खा रहे हैं या बना रहे हैं उसकी सुंदरता बढ़ाने के लिए करते हैं. जब हम अपने भोजन में हल्दी को मिलाते हैं तो हमारे भोजन का रंग पीले रंग का दिखाई देने लगता है.
क्योंकि वह इसलिए की हल्दी के अंदर करक्यूमिन नामक एक यौगिक होता है जिसके कारण हमारे भोजन में पीले रंग की रंगत दिखाई देती है. हल्दी के अंदर एंटीइन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं.
जो हमारे शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं. हल्दी से हमारी सेहत को कई फायदे होते हैं जो हमने अपने इस लेख में आगे बताया है.
हल्दी से जुड़े हुए कुछ तथ्य – (Some facts related to turmeric in hindi)
- हल्दी एक भारतीय वनस्पति पौधा है जो अदरक की प्रजाति वाला पौधा है.
- वानस्पतिक नाम या लैटिन नाम – करकुमा लोंगा
- सामान्य नाम – टरमरिक,हल्दी
- संस्कृत नाम – हरिद्रा
- दुनिया में भारत हल्दी का सबसे बड़ा निर्यातक, उपभोक्ता देश है और भारत के अंदर सबसे ज्यादा हल्दी उत्पादक राज्य तमिलनाडु है.
- बाहर के देशों में हल्दी को भारतीय केसर भी कहा जाता था.
- हल्दी हमें करकुमा लोंगा (हल्दी का पेड़) पौधे की जड़ से प्राप्त होती है जो 5 से 6 फुट का होता है.
सेहत के लिए हल्दी के फायदे – (Turmeric benefits for health in hindi)
हर चीज के अपने फायदे भी होते हैं और नुकसान भी कोई भी चीज कभी भी नुकसान तब तक नहीं करती है जब तक हम उसका सेवन सही मात्रा में करते रहें.किसी भी चीज की अधिक मात्रा में सेवन करने से वह हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है. वैसे तो हल्दी के हमारी सेहत के लिए बहुत सारे सेहतमंद फायदे हैं और नुकसान कम आइए जानते हैं कि हमारी सेहत के लिए हल्दी के क्या-क्या फायदे हैं विस्तार में.
1. प्रतिरक्षा प्रणाली को करें मजबूत – (Strengthen the immune system in hindi)
और जल्दी से स्वस्थ भी हो सकते हैं. हल्दी के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं जिससे हमारी अंदरूनी शक्ति बढ़ती है प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक होती है.
2. मेटाबॉलिज्म के लिए – (metabolism in hindi)
हमारे शरीर का वजन या मोटापा जितना होगा उतनी ही हमें गंभीर बीमारियां शुरू होने लगती हैं. इसलिए आप हल्दी के सेवन से भी अपने मेटाबॉलिज्म को सुधार कर सकते हैं अपने वजन को घटा सकते हैं.
क्योंकि हल्दी के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपको वजन कम करने में मदद करते हैं और आपके मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है.
3. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण और कम करने के लिए – (To control and reduce cholesterol in hindi)
मानव शरीर के अंदर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 3.6-7.8 मिलीमोल्स प्रति लीटर होनी चाहिए. अगर आप हल्दी का संतुलित सेवन करते हैं तो आप अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रण भी करते हैं और कम भी कर सकते हैं.
क्योंकि हल्दी के अंदर विटामिन B6 और करक्यूमिन यौगिक होता है जो हमारी सेल कोशिकाओं को नुकसान होने से बचाता है और उनमें से धीरे-धीरे खराब कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालता है.
4. घाव को जल्द भरने में सहायक – (Wound helps to quickly fill in hindi)
जो हमारे घाव या चोट को जल्द भरने में मदद करता है अगर हमारी त्वचा भी कहीं जल गई है तो हम वहां पर हल्दी का पाउडर या उसका लेप लगा सकते हैं.
हल्दी के सेवन से हमारे दर्द में भी राहत मिलती है और हमारे शरीर पर जो चोट या घाव हुआ है उसकी सूजन कम करने में भी मददगार होती है.
क्योंकि यह एक बहुत ही अच्छी एंटीऑक्सीडेंट, एंटीसेप्टिक का काम करती है. जब हमारे शरीर पर कोई बूंदी चोट लग जाती है और हमारी त्वचा हरी नीली सी पड़ जाती है तब हम वहां हल्दी और चूने का मिश्रण करके उसे उस चोट पर लगाने से बहुत फायदा होता है.
5. कैंसर से बचाव – (Cancer prevention in hindi )
कैंसर से उत्पन्न होने वाली और बनने वाली कोशिकाओं को यह नष्ट करता है. कई अध्ययनों के अनुसार करक्यूमिन यौगिक ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में भी मददगार होता है कैंसर से बनने वाली गांठ और ट्यूमर को भी यह खत्म करती है.
6. डायबिटीज में मददगार – (Helpful in diabetes in hindi)
हल्दी के सेवन से हम इंसुलिन के स्तर को संतुलित और ग्लूकोज के स्तर को भी नियंत्रण कर सकते हैं. हल्दी के अंदर करक्यूमिन यौगिक होता है जो ग्लूकोज के स्तर को भी कम करने में मददगार होता है.
कई वैज्ञानिकों ने यह माना है की हल्दी के संतुलित सेवन से हम डायबिटीज जैसी बीमारी से बचने के लिए यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के स्तर को बढ़ने से भी रोकता है.
7. लीवर को रखे स्वस्थ – (Keep liver healthy in hindi)
यह मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि होती है जो हमारे शरीर में पित्त का निर्माण करती है. हल्दी के सेवन से हमारा लीवर डिटॉक्सिफायर होता है जिससे यह अच्छे से अपने कार्य को करता है.
हल्दी के अंदर करक्यूमिन यौगिक होता है जो लीवर से बनने वाले पित्त के उत्पादन को बढ़ाता है. कई रिपोर्टों के अध्ययन से यह माना गया है कि हल्दी बहुत ही अच्छा डिटॉक्सिफायर है.
8. गठिया रोग में फायदेमंद – (Beneficial in arthritis in hindi)
जो गठिया या ओस्टियोआर्थराइटिस जैसे दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. कई वैज्ञानिकों ने दावा किया है की हल्दी के पानी का सेवन करने से जोड़ों के दर्द में काफी राहत मिलती है. हल्दी के अंदर anti-inflammatory गुण होते हैं जो गठिया जैसी बीमारियों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं.
9. एंटी-इन्फ्लेमेटरी – (Anti-inflammatory in hindi)
10. एंटीऑक्सीडेंट - (Antioxidant in hindi)
जिससे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है हल्दी के अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के अंदर से रेडिकल्स (बैक्टीरिया) या विषैले तत्वों को बाहर निकालते हैं.
हमारे खून के संचार को सही मात्रा में संतुलित बनाए रखते हैं और साथ ही हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत और हमें ऊर्जावान बनाए रखते हैं.
11. हृदय के लिए फायदेमंद – (Beneficial for the heart in hindi)
जिससे धीरे-धीरे हमारे हृदय को गंभीर बीमारियां होने लगती हैं जैसे कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक आदि. हल्दी के सेवन से हमारी कोशिकाओं के अंदर अधिक मात्रा में जमा हुआ खराब कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे बाहर निकलने लगता है.
मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में दावा किया है कि हल्दी के अंदर पाए जाने वाला करक्यूमिन यौगिक हमारी कोशिकाओं के अंदर खून के थक्के जमने नहीं देता है और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है जिससे हमारा हृदय स्वस्थ बना रहता है.
12. दर्द से दे राहत – (Give relief from pain in hindi)
क्योंकि हल्दी के अंदर करक्यूमिन यौगिक, anti-inflammatory और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो दर्द को कम करने या सूजन कम करने के लिए उपयोगी होते हैं.
हल्दी के अन्य फायदे – (Other benefits of turmeric in hindi)
1. हल्दी के अंदर एंटी एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीवायरल गुण होते हैं जो हमारी खांसी को कम करने में मददगार होते हैं इसलिए हम खांसी, जुखाम के वक्त हल्दी का दूध का सेवन करते हैं.2. हल्दी के सेवन से हमारे मस्तिष्क में भी विकास होता है और अल्जाइमर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं और हमारे मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती हैं.
3. हल्दी के अंदर एंटी एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हमारी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करते हैं और हमें गैस एसिडिटी जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं.
4. हम हल्दी का उपयोग सदियों से अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए भी उपयोग कर रहे हैं क्योंकि हल्दी के अंदर करक्यूमिन यौगिक होता है जो हमारी त्वचा को निखारती है और कील मुहांसों की समस्याओं को भी दूर करती है.आजकल मार्केट में जितने भी ब्यूटी प्रोडक्ट आते हैं उनमें ज्यादातर हल्दी का ही प्रयोग होता है.
5. हल्दी के सेवन से हम अपने बालों की झड़ने की समस्या को भी कम कर सकते हैं.
6. हल्दी को एक गिलास पानी में थोड़ी सी मात्रा में मिलाकर 3-4 बार कुल्ले करने से मुंह के छालों में भी राहत मिलती है.
7. हल्दी का दूध पीने से हमें अच्छी नींद भी आती है, हम तनावमुक्त भी रहते हैं और हमारे सिर का दर्द भी काफी हद तक कम हो जाता है.
8. हल्दी का घरेलू उपयोग करके अपने चेहरे के अनचाहे बालों को भी धीरे धीरे खत्म कर सकते हैं.
9. हल्दी के सेवन से हम मानसिक बीमारियों से भी बच्चे रहते हैं क्योंकि हल्दी के अंदर करक्यूमिन यौगिक होता है मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखता है.
हल्दी के नुकसान – (Side effect of turmeric in hindi)
किसी भी चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं नुकसान हमें तभी होते हैं जब हम उस चीज का अधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं या हमें यह पता नहीं होता है कि हमें इसका सेवन कितनी मात्रा में करना है और कब तक करना है इसलिए हमेशा किसी भी चीज का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
- अगर आप कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी ले रहे हैं तो आप ऐसे में हल्दी का सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह लेकर करें.
- जिन लोगों को पीलिया की शिकायत है चाहे वह कम हो या ज्यादा कभी भी पीलिया बीमारी में हल्दी का सेवन और ज्यादा तेल मसाले की चीजें ना खाएं.
- हल्दी का अधिकतम मात्रा में सेवन करने से हमारे शरीर में खून की कमी हो सकती है और हमें एनीमिया जैसी बीमारी की शिकायत हो सकती है.
- अगर आप पथरी की समस्या से जूझ रहे हैं तो आप हल्दी का सेवन ना करें हल्दी के सेवन से आप की पथरी का दर्द और इसकी समस्या बढ़ सकती है.
- हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन सर्दियों में कर सकते हैं लेकिन यदि आप हल्दी का सेवन ज्यादा करते हैं तो आपको जलन पेट में जलन, उल्टी आना, जी घबराना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
- हल्दी का अधिक मात्रा में सेवन करने से हमारे शुक्राणुओं (sperm) की संख्या भी कम हो सकती है इसलिए आप हमेशा हल्दी का सेवन सही मात्रा में करें.
- हल्दी का अधिक मात्रा में सेवन करने से यह आपकी ब्लीडिंग प्रॉब्लम को बढ़ा सकता है. क्योंकि हल्दी खून के थक्के को धीमा करने के लिए जानी जाती है.
100 gm ग्राम हल्दी के अंदर पोषक तत्वों की मात्रा – (Nutrient content inside 100 gm turmeric)
निष्कर्ष – (conclusion in hindi)
हमने अपने इस लेख में हल्दी (haldi) के सेहतमंद फायदे, नुकसान और 100 ग्राम हल्दी के अंदर पोषक तत्वों की क्या मात्रा होती है यह भी बताया है. हल्दी एक वास्तव में औषधियों का खजाना है जिसके हमारी सेहत के लिए बहुत अचूक फायदे हैं.हल्दी के दूध का और हल्दी के पानी का सेवन हमें जरूर करना चाहिए इसके फायदों के बारे में हम अपने लेख में बता चुके हैं. हल्दी एक बहुत ही अच्छी एंटीसेप्टिक और इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को डिटॉक्सिफाई भी करते हैं.
बस आप केवल इतना ध्यान रखें कि हमें हल्दी की कितनी मात्रा का सेवन करना है और कब करना है.हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें धन्यवाद.
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