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आंवला केवल एक फल ही नहीं बल्कि एक औषधि भी है जिसका प्रयोग प्राचीन काल से आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता रहा है. |
अर्थात मात्र आंवले के सेवन से ही मनुष्य रोगमुक्त रह सकता है, इसमें ऐसे कई तत्वों का समावेश होता है, जो शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं.
आंवला का कई तरह उपयोग कर सकते हैं जैसे कि आंवले का जूस खाली पेट सुबह पी सकते हैं, आंवले का मुरब्बा खा सकते हैं, इसकी कैंडी एवं अचार भी बड़े चाव के साथ खाया जाता है.
वाराणसी में सबसे अच्छे आंवला फल की पैदावार होती है. हिंदू ग्रंथों में आंवले के फल और इसके वृक्ष की पूजा भी की जाती है.
आजकल जितनी भी आयुर्वेद या होम्योपैथिक चूर्ण, दवाइयां आती हैं उन सभी में आंवला का प्रयोग किया जाता है. आंवले के प्रयोग से पेट में होने वाली गैस ,कब्ज, एसिडिटी इन सब में फायदा होता है.
आंवला पेट के लिए एक रामबाण औषधि है. दरअसल आंवला के अंदर फाइबर और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो पाचन क्रिया को मजबूत करते हैं.
वाराणसी में सबसे अच्छे आंवला फल की पैदावार होती है. हिंदू ग्रंथों में आंवले के फल और इसके वृक्ष की पूजा भी की जाती है.
आंवला के बारे में कुछ तथ्य - Some facts about Amla
- आंवला ठंडी तासीर वाला फल है.
- वनस्पति नाम- फिलेन्थस एंबेलिका.
- व्यापक नाम- गूजबेरी, आमलकी.
- इंग्लिश नेम- इंडियन गूजबेरी.
- संस्कृत नाम- अमृतफल, अमृता, धत्री, पंचरसा.
आंवला की तासीर - amla ki taseer
आंवला खाने में जितना स्वादिष्ट, खट्टा और स्वास्थ्यवर्धक होता है उतना ही गुणकारी औषधियों से संपन्न होता है.
किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले उसकी तासीर के बारे में जरूर पता होना चाहिए जिससे उसकी अधिकता शरीर को नुकसान ना पहुंचाएं.
अक्सर लोग यह जानना चाहते हैं कि आंवला फल की तासीर कैसी होती है, तो इसका जवाब है कि आंवला फल ठंडी प्रवृति का होता है.
आंवला के दिव्य फायदे - benefits of Amla in hindi
1. पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए (increase digestive power)
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई लोग समय की कमी के कारण बाहर का खाना, फास्ट फूड, मसालेदार चीजें का सेवन अधिक करते हैं, जिससे उनके पाचन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और डाइजेशन सिस्टम धीरे-धीरे खराब होने लगता है.कहते हैं जो बीमारियां शुरू होती है वह पेट से ही जन्म लेती हैं, ऐसे में आंवला का उपयोग बहुत ही गुणकारी औषधि के रूप में साबित होती है.
आजकल जितनी भी आयुर्वेद या होम्योपैथिक चूर्ण, दवाइयां आती हैं उन सभी में आंवला का प्रयोग किया जाता है. आंवले के प्रयोग से पेट में होने वाली गैस ,कब्ज, एसिडिटी इन सब में फायदा होता है.
आंवला पेट के लिए एक रामबाण औषधि है. दरअसल आंवला के अंदर फाइबर और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो पाचन क्रिया को मजबूत करते हैं.
इसका कसैला स्वाद शरीर में पाचन ठीक रखने वाले एंजाइम को सक्रिय करता है जिससे एसिडिटी कम करने में भी आसानी होती है.
बालों के स्वस्थ रखने के लिए विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जो आंवले के अंदर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं.
आंवला चूर्ण को अपने बालों के लिए (amla benefits for hair) खाली पेट या सीधे आंवला पाउडर बालों में लगाकर यूज कर सकते हैं. जिससे बाल समय से पहले सफेद नहीं होते है और बाल झड़ने की समस्या भी कम हो जाती है.
2. घने, स्वस्थ और लंबे बालों के लिए (amla for hair benefits)
घने, लंबे, काले और रेशमी बाल हर किसी की चाहत होती है, इसलिए हम बहुत सारे उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं.बालों के स्वस्थ रखने के लिए विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जो आंवले के अंदर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं.
आंवला चूर्ण को अपने बालों के लिए (amla benefits for hair) खाली पेट या सीधे आंवला पाउडर बालों में लगाकर यूज कर सकते हैं. जिससे बाल समय से पहले सफेद नहीं होते है और बाल झड़ने की समस्या भी कम हो जाती है.
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आंवला फल के अनमोल फायदे. |
3. आंखों की रोशनी के लिए (For eyesight)
आंवला आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. बढ़ती उम्र के साथ मोतियाबिंद की शिकायत, दूरदृष्टि या निकट दृष्टि दोष होने लगता है.इन सब परेशानियों को दूर करने के लिए आंवले का प्रयोग कर सकते हैं. आंवले के जूस का सेवन आंखों के दर्द को दूर करने में फायदेमंद होता है.
एक गिलास पानी में एक चम्मच त्रिफला पाउडर रात में भिगोकर रख दें और सुबह उस पानी को छान कर अपनी आंखें धोएं इससे आंखों की रोशनी तेज करने में मदद मिलती है.
4. वजन या मोटापे को कम करने के लिए (amla for weight loss)
जो लोग अपने भोजन पर नियंत्रण नहीं रखते हैं या कुछ न कुछ खाते रहते हैं, तो धीरे-धीरे उनके शरीर का वजन और मोटापा बढ़ने लगता है और धीरे-धीरे बीमारियां शुरू हो जाती हैं.मोटापा कम करने के लिए आंवले के जूस का उपयोग लाभकारी होता है क्योंकि आंवले के अंदर ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म के स्तर को तेज कर वजन कम करने में मदद करते हैं.
आंवला के सेवन से भूख कम लगती है तथा काफी देर तक पेट भरा हुआ महसूस होता है. मेटाबॉलिज्म का स्तर बढ़ने से शरीर पर चर्बी नहीं बढ़ेगी और वजन भी संतुलित रहेगा.
5. मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए (To increase metabolism in hindi)
अगर शरीर का मेटाबॉलिज्म कम होने लगता है तो वजन बढ़ने लगता है और शरीर पर अनावश्यक चर्बी बढ़ने लगती है. जब शरीर आराम के समय होता है तो शरीर के अंदर बहुत सारी रसायनिक क्रियाएं होने लगती हैं.यही रासायनिक क्रियाओं के लिए जितनी ऊर्जा की जरूरत पड़ती है उसकी न्यूनतम मात्रा को ही मेटाबॉलिज्म कहते हैं. आप अपने शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए आंवला फल का उपयोग कर सकते हैं.
6. त्वचा को निखारने के लिए (amla for skin)
आंवला का उपयोग त्वचा को निखारने और सुंदर बनाने के लिए भी कर सकते हैं. आंवले के अंदर विटामिन सी (प्रति 100 ग्राम 27.7 मिलीग्राम) मात्रा में पाया जाता है, जो त्वचा की देखरेख के लिए आवश्यक तत्व माना जाता है.खूबसूरत और ग्लोइंग स्किन के लिए आप आंवला पाउडर या इसके जूस का सेवन कर सकते हैं. जिससे आपके चेहरे पर ग्लो आएगा और दाग धब्बे मुंहासे की समस्या भी दूर हो जाएगी.
7. बढ़ती उम्र को कम करने के लिए (To reduce aging in hindi)
आज के जमाने में हर कोई जवान दिखना चाहता है लोग 35 की उम्र में भी 25 के दिखना चाहते हैं.लेकिन बुढ़ापा तो जीवन की सच्चाई है इसको रोक नहीं सकते लेकिन अगर आंवला या आंवले के जूस का उपयोग करते हैं, तो आने वाले बुढ़ापे की गति को थोड़ा मंद जरूर कर सकते हैं.
दरअसल आंवले के अंदर विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाते हैं, नई कोशिकाओं का निर्माण करते हैं, खून को भी साफ करते हैं साथ ही शरीर से जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
8. रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत करता है (Strengthens immunity in hindi)
यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो तो ऋतु परिवर्तन के कारण सर्दी, खांसी, जुकाम आदि छोटी-मोटी बीमारियाँ होने लगती हैं. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आंवला फल का सेवन भी बेहद लाभकारी होता है.दरअसल इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, विटामिन सी और भी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो छोटी-छोटी बीमारियों से लड़ने मदद करते हैं और इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं.
9. हिमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए (To increase hemoglobin in hindi)
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने में आंवला पाउडर के फायदे भी देखे गए हैं.आमला फल के अंदर विटामिन सी और आयरन पाया जाता हैं जो शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और खून की कमी को पूरा करता है.
10. लीवर के लिए (lever)
हम अपने व्यस्त जीवन में भोजन की उचित देखभाल नहीं कर पाते हैं, जिससे हमारा पाचन या लीवर प्रभावित होता है और हमारा लीवर ठीक से काम करना बंद कर देता है.अगर आप डाइट में आमला फल या आमला फल का जूस का नियमित रूप से सेवन करते हैं, तो यह लीवर से संबंधित समस्याएं, गैस और कब्ज की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है.
11. मजबूत हड्डियों के लिए (For strong bones)
आंवला खाने के फायदे में हड्डियों की मजबूती और उनकी देखरेख भी शामिल है.दरअसल आमला के अंदर कैल्शियम, विटामिन डी की मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत रखने के लिए आवश्यक तत्व माने जाते हैं.
नियमित रूप से आमला या आंवले के जूस का सेवन अर्थराइटिस जोड़ों में दर्द और गठिया रोगों से भी छुटकारा दिलाने में मदद करता हैं.
12. कैंसर रोग से बचने के लिए (To avoid cancer disease)
कैंसर बहुत ही खतरनाक बीमारी है और यह कई प्रकार के होते हैं. ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप अपने खानपान और जीवनशैली का विशेष तौर से ध्यान रखें.आंवला के अंदर एंटीकैंसर और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं.
कई बार हम बाहर का फास्ट फूड खाते हैं, मसालेदार चीजें खाते हैं, अधिक मीठे-मीठे व्यंजन और मिठाई खाते हैं, पूरी नींद भर के सो नहीं पाते हैं जिस कारण डायबिटीज बीमारी की संभावना होने लगती है.
डायबिटीज के मरीजों का ग्लूकोज लेवल बढ़ने लगता है, जो धीरे-धीरे उनके शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाता है.
जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है उन्हें आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह आपके ग्लूकोज के स्तर को कम करता है और डायबिटीज को कंट्रोल में रखता है.
अगर आपको पथरी की बीमारी है तो आप इसका सही से इलाज कराएं, दवाई ले और साथ में आंवले का जूस या आंवला भी खा सकते हैं. आंवले का जूस पथरी की बीमारी में बहुत फायदेमंद होता है.
वैसे तो आंवला के फायदे ही फायदे (amla fruit benefits in hindi) हैं और नुकसान बहुत कम है.
13. डायबिटीज बीमारी के लिए (For diabetes disease)
आज के समय में बहुत से लोग अपनी जीवन शैली को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनका जीवन बहुत व्यस्त है. इसलिए वे अपने भोजन और शरीर पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं जिसके कारण वे संतुलित आहार नहीं लेते हैं.कई बार हम बाहर का फास्ट फूड खाते हैं, मसालेदार चीजें खाते हैं, अधिक मीठे-मीठे व्यंजन और मिठाई खाते हैं, पूरी नींद भर के सो नहीं पाते हैं जिस कारण डायबिटीज बीमारी की संभावना होने लगती है.
डायबिटीज के मरीजों का ग्लूकोज लेवल बढ़ने लगता है, जो धीरे-धीरे उनके शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाता है.
जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है उन्हें आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह आपके ग्लूकोज के स्तर को कम करता है और डायबिटीज को कंट्रोल में रखता है.
14. पथरी की समस्या के लिए (For stone problem)
आज के समय में पथरी आम समस्या बन गई है बहुत से लोगों को पथरी की शिकायत किसी भी उम्र में हो जाती है. पथरी के कारण पीठ या पेट में बहुत तेज दर्द होता है जो की असहनीय होता है.अगर आपको पथरी की बीमारी है तो आप इसका सही से इलाज कराएं, दवाई ले और साथ में आंवले का जूस या आंवला भी खा सकते हैं. आंवले का जूस पथरी की बीमारी में बहुत फायदेमंद होता है.
आंवला के पोषक तत्वों की मात्रा – (Gooseberry Nutrient Value Per 100 g in hindi)
According to the USDA National Nutrients Database
पोषक तत्व (Nutrients) | मात्रा (The quantity) | अनुशंसित आहार भत्ता (Dieatry Allowance) |
---|---|---|
ऊर्जा (Energy) | 44 Kcal | 2 % |
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) | 10.18 g | 8 % |
प्रोटीन (Protein) | 0.88 g | 1.5 % |
टोटल फैट (Total fat) | 0.58 g | 3 % |
कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) | 0 mg | 0 % |
फाइबर (Dietary Fiber) | 4.3 g | 11 % |
फोलटेस (Folates) | 6 mcg | 1.5 % |
नियासिन (Niacin) | 0.300 mg | 2 % |
राइबोफ्लेविन (Riboflavin) | 0.030 mg | 2 % |
थायमिन (Thiamin) | 0.040 mg | 3 % |
विटामिन (Vitamin A) | 290 IU | 10 % |
विटामिन (Vitamin C) | 27.7 mg | 46 % |
सोडियम (Sodium) | 1 mg | 0 % |
पोटेशियम (Potassium) | 198 mg | 4 % |
कॉपर (Copper) | 0.070 mg | 8 % |
आयरन (Iron) | 0.31 mg | 4 % |
मैग्नीशियम (Megnesium) | 10 mg | 2.5 % |
फास्फोरस (Phosphorus) | 27 mg | 4 % |
जिंक (Zinc) | 0.12 mg | 1 % |
कैल्शियम (Calcium) | 25 mg | 2.5 % |
आंवले के नुकसान - Side effect of gooseberry
हर खाद्य पदार्थ के नुकसान भी हैं और फायदे भी. अगर हम किसी चीज को सही मात्रा में लेते हैं या उसका सेवन करते हैं तो वह कभी भी नुकसान नहीं करेगी लेकिन उसकी अधिकता नुकसान पहुंचा सकती है.वैसे तो आंवला के फायदे ही फायदे (amla fruit benefits in hindi) हैं और नुकसान बहुत कम है.
- आंवला फल की तासीर ठंडी होती है इसलिए ठंड के समय आंवला फल का सेवन कम करना चाहिए.
- इसलिए जिस समय अगर आपको सर्दी-खांसी, जुखाम हो तो आप आंवले के फल या उसके जूस का सेवन ना करें.
- आंवले के फल का अधिक मात्रा में सेवन चेहरे की नमी को भी कम कर सकता है.
- आंवले के फल का अधिक मात्रा में सेवन करने से एलर्जी ,उल्टी, पेट दर्द ,एसिडिटी जैसी समस्या भी हो सकती है.
पूछे जाने वाले प्रश्न - Questions
Q - आंवला खाने के क्या फायदे या लाभ होते हैं?A - आंवला खाने से हमारी सेहत को कई फायदे होते हैं जैसे कि पाचन शक्ति को सही करना, बालों के लिए, आंखों की रोशनी, मोटापा को कम करना, त्वचा को निखारने के लिए, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और लीवर के लिए आदि.
Q - आंवला के अंदर कौन से पोषक तत्व होते हैं?
A - आंवला फल के अंदर पोषक तत्व का भंडार है जो सेहत के लिए किसी गुणकारी औषधि से कम नहीं जैसे कि ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन A, विटामिन C, प्रोटीन, डाइटरी फाइबर, राइबोफ्लेविन, सोडियम, पोटेशियम कैल्शियम, आयरन आदि.
Q - आंवले की तासीर कैसी होती है?
A - आंवला की तासीर ठंडी होती है.
Q - आंवला पाउडर कैसे खाएं?
A - खाना खाने के बाद सोने के पहले गर्म पानी के साथ ½ या एक चम्मच आंवला पाउडर का सेवन करें.
निष्कर्ष - Conclusion
इस पूरी पोस्ट को पढ़कर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं की आंवले (Amla) के फायदे (Benefits) बहुत हैं और नुकसान कम. आंवला एक बहुत पुराना औषधीय फल है सेवन इसका सेवन पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है.बस केवल यह ध्यान रखें कि आंवला फल की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका सेवन गर्मियों में ठंड की अपेक्षा ज्यादा कर सकते हैं.
आंवले के जूस या आंवले के चूर्ण का सेवन सुबह खाली पेट करने से शरीर को बहुत अधिक लाभ होता है.